जालंधर : डिप्टी कमिश्नर जालंधर विशेष सारंगल ने कहा है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों के अनुसार, सिविल सर्जन, एस.एम.ओ. और मैडीकल सुपरीडैंट यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी मरीज को सरकारी अस्पताल के बाहर से दवा न लेनी पड़े क्योंकि मरीजों को सभी आवश्यक दवाएं मुफ्त देने के लिए जिला प्रशासन ने सभी सरकारी अस्पतालों को आवश्यक दवाएं उपलब्ध करवा दी है।इस दौरान डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने आज सिविल अस्पताल का दौरा कर स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया।उन्होंने सिविल अस्पताल में दवाओं के स्टॉक, मैडीकल सुविधाओं का जायजा लिया और मरीजों से बातचीत कर आने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को तुरंत समाधान करने के आदेश दिए।उन्होंने सिविल सर्जन और एस.एम.ओज. को कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा निर्देश है कि किसी भी मरीज को सरकारी अस्पताल से बाहर दवा खरीदने के लिए न जाना पडे, इसलिए सभी एस.एम.ओ. यह सुनिश्चित करे कि डाक्टर मरीजों को सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध दवाएं ही लिखें क्योंकि अस्पतालों में सभी आवश्यक दवाएं पहले से ही उपलब्ध है।डिप्टी कमिश्नर ने यह भी कहा कि यदि कोई दवा अस्पताल के स्टॉक में उपलब्ध नहीं है, तो उसकी खरीद के लिए एस.एम.ओ. को फंड जारी कर दिए गए है, ताकि जरूरत अनुसार दवा खरीद कर मरीज को दी जा सके।उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी अस्पतालों में एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड की सुविधा भी उपलब्ध करवायी जाए। इसके अलावा एक्स-रे एवं अल्ट्रासाउंड के लिए 43 निजी संस्थानों को भी अधिकृत किया गया है, जहां मरीज सरकारी दर अनुसार एक्स-रे एवं अल्ट्रासाउंड करवा सकते है।इसके लिए निर्धारित फीस केवल सरकारी अस्पताल में ही जमा की जाएगी तथा निजी संस्थान में किसी भी प्रकार की फीस देने की आवश्यकता नहीं होगी। इन 43 संस्थाओं में से 21 संस्थाओं ने काम शुरू कर दिया है जबकि बाकी संस्थाएं भी अगले कुछ दिनों में काम शुरू कर देंगी।इसके अलावा उन्होंने सिविल सर्जन और एसएमओ को पी.एच.सी., सी.एच.सी. का निजी तौर पर दौरा कर मैडीकल सुविधाओं की उपलब्धता जांचने को भी कहा।इससे पहले डिप्टी कमिश्नर ने अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ज) मेजर डा. अमित महाजन, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (शहरी विकास) जसबीर सिंह, सिविल सर्जन और सभी एस.एम.ओ के साथ भी बैठक की।