जालंधर : नगर निगम चुनाव से पहले जालंधर शहर की नई वार्डबंदी की गई है। कल पंजाब सरकार के लोकल बॉडी विभाग द्वारा इस संबंधी नोटीफिकेशन जारी किया गया है। लेकिन इस वार्डबंदी को लेकर पूर्व कांग्रेसी पार्षदों द्वारा विरोध किया जा रहा है। इसी संबंध में पूर्व कांग्रेसी पार्षदों की एक महत्वपूर्ण बैठक पूर्व डायरैक्टर पंजाब स्टेट सीडज कार्पोरेशन एवं पूर्व पार्षद जगदीश समराये के ग्रह में हुई। जहाँ सभी पूर्व कांग्रेसी पार्षदों ने एकसुर में इस नई वार्डबंदी पर एतराज जताते इसे योजना से रहित व राज्य सरकार की मनमानी बताया। जगदीश समराये ने कहा कि यह वार्डबंदी अनियमित है और इससे शहर के चल रहे विकास कार्यों में बड़ी परेशानी होगी और वार्डों की हदबंदी निगम चुनाव में भी बड़ी परेशानी का कारण बनेगी। उन्होंने कहा कि इस वार्डबंदी में कई खामियां हैं और इसमें सबसे बड़ी नालायकी सामने आई है कि जहां एस. सी. लोगों की संख्या अधिक है उन वार्डों को जनरल कर दिया गया है और जहाँ जनरल कैटागरी की संख्या अधिक है उन्हें एस. सी. कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह वार्डबंदी निगम चुनाव को लेकर राज्य सरकार की बौखलाहट सिद्ध करती है और ऐसा गलत कदम राज्य सरकार ने अपने निजी हितों को देखकर ही उठाया है और शहर के विकास और समस्याओं को सरासर अनदेखा किया गया है। उन्होंने कहा कि उक्त मीटिंग में वैस्ट क्षेत्र के सभी कांग्रेसी पार्षदों द्वारा इस वार्डबंदी का कड़ा विरोध किया गया है और यह वार्डबंदी न तो शहर के हित में है और न ही शहर के लोगों के हित में है। यह केवल और केवल आम आदमी पार्टी ने अपने निजी स्वार्थ के लिए किया है। इस अवसर पर मीटिंग में पूर्व पार्षद बचन लाल भगत, कांग्रेस नेता एडवोकेट हरप्रीत सिंह आजाद, पूर्व पार्षद तरसेम लकखोतरा, पूर्व पार्षद बलबीर अंगुराल, यूथ कांग्रेस नेता शालू जरेवाल व यूथ कांग्रेस नेता राज कुमार भगत आदि उपस्थित थे।