जालंधर : सड़क सुरक्षा और यातायात प्रबंधन को और बेहतर बनाने के प्रयास के रूप में लीड एजेंसी, पंजाब स्टेट रोड सेफ़्टी काउंसल ने बुधवार को स्थानीय सर्किट हाउस में विभिन्न भागीदार विभागों के अधिकारियों के लिए सड़क सुरक्षा उपायों पर एक जिला स्तरीय प्रशिक्षण प्रोग्राम आयोजित किया।डायरेक्टर जनरल लीड एजेंसी रोड सेफ़्टी आर. वैंकटरत्नम ने डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ज) मेजर अमित महाजन की मौजूदगी में राज्य में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट कमेटी निर्देशों के तहत लीड एजेंसी पीएसआरएससी द्वारा सड़क सुरक्षा उपायों पर जिला स्तरीय प्रशिक्षण की पहल की है।उन्होंने कहा कि लीड एजेंसी ने हाल ही में सड़क सुरक्षा और यातायात प्रबंधन उपायों के लिए सड़क सुरक्षा समितियों को 4.05 करोड़ रुपये जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य सीएफडीएल योजना के तहत जारी ग्रांट का उपयोग करने के लिए विभिन्न भागीदार विभागों की क्षमता निर्माण और विकास किया जाना है ताकि सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।इससे पहले डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार द्वारा सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं ताकि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को कम से कम 50 प्रतिशत तक कम किया जा सके।उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने एवं दिन-प्रतिदिन बढ़ते यातायात को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा पूरी सतर्कता बरती जा रही है। प्रशासन द्वारा इस दिशा में निरंतर प्रयास करने के साथ-साथ समय-समय पर लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया जाता है ताकि बहुमूल्य मानव जीवन को बचाया जा सके।वर्णनयोग्य है कि आज करवाई गई ट्रेनिंग में जालंधर, कपूरथला, एस.बी.एस. नगर और होशियारपुर जिलों से यातायात पुलिस, लोक निर्माण, ट्रांसपोर्ट, स्वास्थ्य, नैशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया सहित विभिन्न प्रतिभागी विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।इस अवसर पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, रोपड़ से सिविल इंजीनियर डॉ. राहुल ने सड़क सुरक्षा के इंजीनियरिंग पहलुओं और एस.डी.इ पी.डबलयू.डी. किरत धनोआ ने मृत्यु दर को 50 प्रतिशत तक कम करने के लिए सड़क सुरक्षा और यातायात प्रबंधन उपायों के बारे में विस्तार से बताया।इसके अलावा टी.आर.आई.पी सेंटर, आई.आई.टी. कैम्पस नई दिल्ली के प्रो. गिरीश अग्रवाल ने यातायात प्रबंधन, सुरक्षित वाहन, ट्रैफ़िक नियम, ड्राइविंग लाइसेंस, इनफ़ोर्समेंट आदि के बारे में परिचय दिया। वहीं पिम्स, जालंधर से एसोसिएट प्रो. डॉ। अंकुर हस्तिर द्वारा सड़क सुरक्षा में एमरजेंसी देखभाल के बारे में विस्तार से जानकारी दी।इस अवसर पर एस.डी.एम बलबीर राज सिंह और भागीदार जिलों के विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।







