सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए फायरिंग का आदेश और निहंग सिंहों के एक गुट के साथ उनकी निकटता का किया खुलासा

by Sandeep Verma
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जालंधर : शिरोमणी अकाली दल ने आज सुल्तानपुर लोधी के गुरुद्वारा साहिब में शांतिपूर्ण पाठ करती हुई संगत पर गोली चलाने का  आदेश देने के लिए मुख्यमंत्री भगंवत मान के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की,  तथा खुलासा करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री के साथ साथ निहंग सिंहों के एक गुट के साथ उनकी निकटता के कारण गोलीबारी का आदेश दिया गया था। पूर्व मंत्री सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने सरदार विरसा सिंह वल्टोहा के साथ यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि सुल्तानपुर लोधी में ऐतिहासिक गुरुद्वारा अकाल बुंगा साहिब में शांतिपूर्ण गुरुबाणी का पाठ करने वाली संगत पर गोली चलाने का आदेश देने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान पर आपराधिक मामला दर्ज किया जाना चाहिए, जहां श्री अखंड पाठ साहिब का पाठ भी चल रहा था। उन्होने कहा कि विपक्ष में रहते हुए भगवंत मान ने खुद दावा किया था कि मुख्यमंत्री यां गृहमंत्री के सीधे आदेश के बिना पुलिस के लिए किसी पर गोली चलाना असंभव है। उन्होने कहा कि अब वह खुद मुख्यमंत्री और गृहमंत्री है, और इसीलिए  उन पर गुरुद्वारा परिसर में पाठ कर रही संगत पर गोली चलाने का आदेश देने के लिए केस दर्ज किया  जाना चाहिए।बाबा बलबीर सिंह के नेतृत्व वाले निहंग सिंहों के एक गुट के साथ मुख्यमंत्री , उनकी पत्नी डाॅ. गुरप्रीत कौर और बहन मनप्रीत कौर की निकटता का खुलासा करते हुए  सरदार मजीठिया ने कहा कि मनप्रीत कौर बुडडा दल पब्लिक स्कूल पटियाला में शिक्षिका थी और वे वहां नौकरी कर वेतन पा रही थी। उन्होने कहा कि डाॅ. गुरप्रीत कौर के साथ मुख्यमंत्री भगवंत मान की दूसरी शादी में बाबा बलबीर सिंह निहंग सिंहों के एकमात्र प्रतिनिधि थे, जिन्होने जोड़े को आर्शीवाद दिया। उन्होने कहा कि इसके अलावा डाॅ. गुरप्रीत कौर और मनप्रीत कौर ने शिक्षक दिवस और तीज के त्योहार पर बुडडा दल पब्लिक स्कूल पटियाला में समारोह में भाग लिया था।सरदार मजीठिया ने कहा हालांकि वह निहंग सिंहों के किसी भी गुट का समर्थन यां विरोध नही कर रहे हैं, लेकिन यह  मुख्यमंत्री परिवार की एक गुट के साथ निकटता दर्शाता है, जिसके कारण मुख्यमंत्री को श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व की पूर्व संध्या पर संगत पर गोलाबारी का आदेश देना पड़ा , जब  सुबह के समय प्रभात फेरियां निकाली जा रही थी। उन्होने कहा कि पुलिस द्वारा गुरुद्वारा साहिब में सुबह 3.45 पर गोलाबारी शुरू की गई, जिसके बार आंसू गैस के गोले छोड़े गए। उन्होने कहा कि ऐसी कार्रवाई तक की जाती है, जब बड़े पैमाने पर दंगे और कानून व्यवस्था की समस्या की आशंका होती है। लेकिन गुरुद्वारा साहिब में संगत गुरुबाणी का पाठ कर रही थी। उन्होने कहा कि पुलिस गुरुद्वारा साहिब में जूते पहनकर और एके 47 राइफल लेकर भी गई। उन्होने कहा कि जब मीडियाकर्मियों ने इस तरह की घृणित कार्रवाई की वीडियो बनाने की कोशिश की तो पुलिस ने उन पर हमला कर दिया।सरदार मजीठिया ने दो निहंग गुटों के बीच झगड़े पर पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह पहली बार नही है कि निंहग सिंहों की आमने सामने लड़ाई हुई है हमेशा इसे बातचीत के माध्यम से हल किया गया है। उन्होने कहा कि जब बाबा मान सिंह की अगुवाई वाला गुट पिछले तीन चार दिनों से गुरुद्वारा स्थल पर मौजूद था, तो पुलिस को ऐसी कार्रवाई करने की क्या जरूरत थी?अकाली नेता ने मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या वह कानून से उपर हैं? उन्होने कहा कि क्या फायरिंग शुरू होने से पहले एसडीएम से फायरिंग की उचित अनुमति ली गई थी? उन्होने कहा कि रात में ही कार्रवाई की योजना बनाई गई और यह मुख्यमंत्री भगवंत मान के स्पष्ट आदेश पर किया गया था।सरदार मजीठिया ने कहा कि पुलिस की इस कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए , जिसने सिख समुदाय को इंदिरा गांधी के कार्यों की याद दिलाई है,जिसने ब्लू स्टार का आदेश दिया था। उन्होने कहा, ‘‘ भगवंत मान को याद रखना चाहिए कि सिख समुदाय इस घृणित कार्रवाई के लिए उन्हे कभी माफ नही करेगा’’।
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