जालंधर : पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा की अगुवाई में जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने आम लोगों के साथ एक हफ्ते के अंदर 148 बैठकें करके सहयोग प्रोजेक्ट को प्रभावी ढंग से लागू कर कम्युनिटी पुलिसिंग में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।यह प्रोजेक्ट पुलिस कमिश्नर की सोच का नतीजा है और पिछले हफ्ते एमजीएन स्कूल में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने इसकी शुरुआत की थी। पुलिस कमिश्नर ने अधिकारियों को शहरवासियों की समस्याओं के समाधान के लिए आम लोगों के प्रतिनिधियों जैसे गैर-सरकारी संगठनों, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों और अन्य संगठनों से मुलाकात करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे इनसे व्यापक बैठकें करके ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस प्रोजेक्ट का हिस्सा बनाएं। योजना की शुरुआत से लेकर अब तक, कमिश्नरेट पुलिस के उच्च अधिकारियों ने आम लोगों के साथ व्यापक बैठकें की हैं। स्वप्न शर्मा ने जनता के साथ 12 बैठकें की हैं, जॉइंट सीपी ने 13 ऐसी बैठकों में भाग लिया, एडीसीपी-I ने 11 ऐसी बैठकों में भाग लिया, एडीसीपी-II और एडीसीपी (ऑपरेशंस और सुरक्षा) ने 8 बैठकें कीं, जबकि एडीसीपी हेडक्वार्टर और ट्रैफिक ने भी 11 ऐसी बैठकों में हिस्सा लिया। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इसके अलावा एसीपी और एसएचओ स्तर पर भी आम लोगों के साथ बैठकें की गई हैं। उन्होंने कहा कि सहयोग योजना का उद्देश्य लोगों और पुलिस के बीच संबंधों को मजबूत करना और आम लोगों की शिकायतों के त्वरित निपटारे के लिए अधिक जानकारी का प्रसार करना है। स्वप्न शर्मा ने कहा कि कमिश्नरेट पुलिस के 20 अधिकारी रोजाना गैर-सरकारी संगठनों के साथ बैठकें करके शहर की बेहतरी के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि इसका उद्देश्य समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है, जिसके लिए लोगों को सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने लोगों से अधिक सहयोग की अपील करते हुए कहा कि शहर और इसके निवासियों को दरपेश अधिकांश समस्याओं का समाधान करना वक्त की जरूरत है। स्वप्न शर्मा ने कहा कि कानून लागू करना, अपराधों को ट्रेस करना और निगरानी करना पुलिस का प्रमुख कर्तव्य है और कमिश्नरेट पुलिस इसके लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी।