
जालंधर : मानसून के मौसम को देखते हुए, जालंधर प्रशासन ज़िले में संभावित बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है क्योंकि प्रशासन ने ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पहले ही पर्याप्त प्रबंध सुनिश्चित कर लिए है।डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने इस संबंध में जानकारी सांझा करते हुए कहा कि ज़िले में स्थिति पूरी तरह सामान्य है और किसी को भी घबराने की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए, बाढ़ को रोकने के लिए शहरों और गाँवों में नहरों, नालों, ड्रेन की सफाई, दरिया के किनारों को मज़बूत करने, गाँवों के तालाबों से पानी निकालने सहित व्यापक उपायों को अंतिम रूप दिया गया है।उन्होंने कहा कि किसी भी आपातकालीन स्थिति से तुरंत निपटने के लिए, पर्याप्त संख्या में मिट्टी के थैलों , फ्लड लाइटें, सर्च लाइटें, लाइफ जैकेट, रस्सियाँ, नाव और अन्य आवश्यक व्यवस्थाएँ पहले ही कर ली गई है। इसके साथ ही लोगों की सुविधा के लिए जिला और उपमंडल स्तर पर बाढ़ कंट्रोल रूम भी स्थापित किए गए हैं, जहां लोग आपात स्थिति में संपर्क कर सकते हैं।
डा. अग्रवाल ने बताया कि प्रशासन ने बाढ़ से बचाव को लेकर कई मॉक ड्रिल भी की हैं। हाल ही में जिला प्रशासन द्वारा भारतीय सेना, एन.डी.आर एफ, एस.डी.आर.एफ. और अन्य विभागों के सहयोग से सतलुज नदी के किनारे तलवंडी कलां गांव में बाढ़ सुरक्षा अभ्यास किया गया था।मानसून सीजन के दौरान लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पंजाब सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए, डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि जिला प्रशासन हर स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने जिले से गुजरने वाली सभी नहरों और नालों की सफाई कर दी है, लेकिन फिर भी अगर किसी गांव में पानी निकासी आदि में रुकावट की समस्या है, तो लोग संबंधित एस.डी.एम. से संपर्क कर सकते है।







