जालंधर : डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने शुक्रवार को 43 स्वै-सहायता समूहों को कैश क्रेडिट लिमिट के मंजूरी पत्र बाँटे, जोकि अब एक लाख रुपए की क्रेडिट लिमिट का लाभ ले सकते हैं। आज यहाँ जि़ला प्रशासनिक कॉम्पलैक्स में लाभार्थियों को संबोधित करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि यह वित्तीय सहायता स्वै-सहायता समूहों की माली स्थिति को और मज़बूत करेगी और जिले में स्वै-रोजग़ार मुहिम को बढ़ावा देगी। उन्होंने बताया कि जिले में 1200 से अधिक स्वै-सहायता समूह सक्रिय हैं, जिनके द्वारा 10,000 के करीब औरतें इस मिशन के साथ जुड़ी हुई हैं और स्वै-रोजग़ार सुविधाओं का लाभ प्राप्त कर रही हैं।
श्री सारंगल ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार बेरोजग़ारों को रोजग़ार के भरपूर अवसर प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है और स्वै-रोजग़ार के अवसर पैदा करने पर विशेष ज़ोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह की क्रेडिट लिमिट इन समूहों के मनोबल को बढ़ाएगी और उनको अपने वित्तीय लक्ष्यों की प्राप्ति के मामलो में आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी। डिप्टी कमिश्नर ने वित्तीय संस्थाओं के प्रयासों की भी सराहना की, जिनके द्वारा इन समूहों को कैश क्रेडिट लिमिट प्रदान करने के मामलों को मंजूरी दी गई। लाभार्थी समूहों में मंजूरी पत्रों का वितरण करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा रोजग़ार के अवसर प्रदान करने के लिए कई योजनाएं चलाई गई हैं और लोगों को इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने स्वै-सहायता समूहों के साथ जुड़ी और स्वै-रोजग़ार कार्यक्रमों के द्वारा अपनी रोज़ी-रोटी कमा रही औरतों की भी सराहना की। उन्होंने आगे बताया कि इन समूहों के गठन का उद्देश्य औरतों को आत्म- निर्भर बनाकर उनका सशक्तिकरण करना है।
इस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ज) वरिन्दरपाल सिंह बाजवा, लीड जि़ला मैनेजर (एल.डी.एम.) एम.एस. मोती, डी.पी.एम. सुखवंत कौर, डी.एफ.एम. (एफ.आई.) कोमल कश्यप, अकाउँटैंट विकास बख्शी और अलग-अलग बैंकिंग संस्थाओं के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।