

जालंधर : हाईवे पर सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने आज अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सुनिश्चित करें कि कोई भी वाहन चालक हाईवे के किनारे अपना वाहन पार्क न करे।जिला प्रशासकीय परिसर में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने कहा कि हाईवे के किनारे खड़े वाहनों से दुर्घटनाओं का डर बना रहता है। उन्होंने सचिवों आरटीए, आरटीओ, पुलिस और सड़क सुरक्षा बल के अधिकारियों को ऐसे वाहनों के विरुद्ध उचित कार्रवाई करने को कहा। इसके अलावा, उन्होंने हाईवे के किनारे बने ढाबों के मालिकों को भी सख्त निर्देश दिए कि वे सुनिश्चित करें कि वाहन ढाबे की पार्किंग के अंदर ही खड़े हों ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि यदि ढाबे के बाहर हाईवे पर खड़े वाहन के कारण कोई दुर्घटना होती है, तो संबंधित ढाबा मालिक की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी।डा. अग्रवाल ने संबंधित विभागों को गांवों की हाईवे से जुड़ने वाली सड़कों पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां भी गांवों की सड़कें हाईवे से मिलती हैं, वहां वाहनों की गति कम करने के लिए साइनबोर्ड, रंबल स्ट्रिप, रोड स्टड आदि लगाए जाएं ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके। उन्होंने लोक निर्माण विभाग और मंडी बोर्ड के अधिकारियों को इस संबंध में जल्द से जल्द प्रस्ताव तैयार कर भेजने को कहा। इसके अलावा, उन्होंने दिन के समय शहर में भारी वाहनों की आवाजाही पर सख्ती से रोक लगाने के भी निर्देश दिए।डा. अग्रवाल ने कहा कि हाईवे पर किसी भी वाहन के खराब होने की स्थिति में लोग मदद के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग हेल्पलाइन नंबर 1033 या आपातकालीन नंबर 112 पर कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा, सड़क जाम, अनाधिकृत कट, ट्रैफिक लाइटों की समस्या और सुझावों के लिए जिला प्रशासन द्वारा जारी व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर 9646-222-555 पर संदेश भेजा जा सकता है। उन्होंने कहा कि हेल्पलाइन के माध्यम से प्राप्त समस्या या सुझाव को संबंधित विभाग को भेजा जाएगा और उसका समाधान किया जाएगा।डा. अग्रवाल ने बैठक में एसडीएम और एनएचएआई द्वारा प्रस्तुत ब्लैक स्पॉट की सूची की भी समीक्षा की और संबंधित विभागों को उन्हें ठीक करने के लिए तुरंत कार्रवाई करने को कहा।डिप्टी कमिश्नर ने सुरक्षित स्कूल नीति के अनुपालन, ओवरलोडिंग, ओवर स्पीडिंग, नशे में गाड़ी चलाने सहित अन्य यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के चालान और जागरूकता गतिविधियों की भी समीक्षा की।एसडीएम आदमपुर विवेक कुमार मोदी (अतिरिक्त कार्यभार अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ग्रामीण विकास), सचिव क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण बलबीर राज सिंह, संयुक्त कमिश्नर नगर निगम जालंधर सुमनदीप कौर, एआरटीओ विशाल गोयल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और समिति के सदस्य भी उपस्थित थे।









