

जालंधर : आज के डिजिटल युग में साइबर अपराध एक गंभीर चुनौती बन चुका है। द ट्रिडेंट न्यूज के संदीप वर्मा से बातचीत करते हुए एसीपी नॉर्थ आतिश भाटिया ने कहा कि इंटरनेट और तकनीक के बढ़ते इस्तेमाल के कारण साइबर धोखाधड़ी, डाटा चोरी, ऑनलाइन ठगी और अन्य डिजिटल अपराधों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है।आप को बता दें कि ऑनलाइन बैंकिंग धोखाधड़ी, फिशिंग अटैक, पहचान की चोरी और सोशल मीडिया है किंग जैसी घटनाओं से आम लोग प्रभावित हो रहे हैं। हैकर जनसाधारण को नेटवर्किंग साइटस के माध्यम से ठगी का शिकार बनाते हैं। उनकी जिंदगी भर की कमाई को पलक झपकते ही झपट लेते हैं और उनको बाकी जिंदगी के लिए तड़पते हुए छोड़ देते हैं। कुछ की तो सदमे के चलते मौत तक हो जाती हैं।महानगर की जनता से मेरी यही अपील है कि इस प्रकार की ठगी से तभी बचा जा सकता है जब आनलाइन लेन-देन करते समय हम सतर्क और सावधान रहें। हमें सूचनाओं को सार्वजनिक करते समय भी सूझबूझ का परिचय देने की आवश्यकता है। और बैंक के निदेर्शों का पालन करते हुए भी अपनी निजी जानकारियां साझा नहीं करनी चाहिए। कभी भी किसी भी अनजान व्यक्ति को ओटीपी न बताने के लिए भी दृढ़ संकल्पित होना होगा। साथ ही आम नागरिकों को डिजिटल सुरक्षा के प्रति सचेत करना और उन्हें ऑनलाइन सुरक्षित रहने के तरीकों के बारे में शिक्षित करना होगा। सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग सावधानीपूर्वक करें, अपने व्यक्तिगत डेटा को सुरक्षित रखें और साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक बनें। साइबर अपराधों के खिलाफ अगर आज हम सतर्क नहीं हुए, तो भविष्य में यह समस्या और विकराल रूप ले सकती है। हमें मिलकर इसके खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी।









