जालंधर : स्वतंत्रता के 75 वर्षों बाद भी हम शिक्षा का प्रकाश संपूर्ण समाज में नहीं पहुंचा सके हैं | आज भी हमारे समाज में अनेक ऐसे लोग हैं जिनको 24 घंटों में दो समय के भोजन हेतु भी संघर्ष करना पड़ता है शिक्षा तो उनके लिए दूर की बात है ये भावपूर्ण शब्द विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के राष्ट्रीय संगठन मंत्री गोविंद महंत ने विद्या धाम के डा. अबेडकर सभागार में कहे उल्लेखनीय है कि आज राष्ट्रीय संगठन मंत्री ने विद्या धाम में एक महा अभियान की शुरुआत की जिसके अंतर्गत पंजाब के गरीब छात्रों हेतु मुफ्त शिक्षा उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जाएगी इन गरीब छात्रों चयन विद्या भारती के कार्यकर्ता करेंगे गोविंद महंत ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020’ की केंद्रीय निर्माण टोली के सदस्य हैं वे उड़ीसा के मूल निवासी हैं अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए गोविंद महंत ने कहा कि भारत में प्राचीन काल से ही शिक्षा व्यव्स्था समाज आधारित रही है | शिक्षा का संपूर्ण कार्य किसी भी सरकार द्वारा संभव नहीं है | अतः शिक्षा व्यवस्था में हम सभी को सरकार के साथ सहयोग करना चाहिए उन्होंने आगे कहा कि यह कार्य करके हम किसी पर एहसान नहीं करेंगे वे अपने ही बंधु बांधव हैं | फिर एहसान कैसा ? उन तक शिक्षा पहुंचाना हमारा पुनीत कर्तव्य है | इस कार्य में हम सभी को तन, मन और धन से सहयोग करना चाहिए | इस महा अभियान का कार्यालयीन काम देखने के लिए होशियारपुर के शिवम गुप्ता को नियुक्त किया गया है | इस अभियान का दायित्व ग्रहण करने के बाद शिवम गुप्ता ने कहा कि समाज के सभी वर्गों तक शिक्षा का प्रकाश पहुंचना हम सबका कर्तव्य व समय की आवश्यकता है | राष्ट्रीय संगठन मंत्री गोविंद महंत ने विद्या धाम में ‘शिक्षा दान डेस्क’ का उद्घाटन भी किया जिसका सभी सदस्यों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया | स्मरणीय है कि इस अवसर पर विद्या धाम में पंजाब के सभी जिला केंद्रों के विद्या मंदिरों के प्रधानाचार्य, प्रबंधक और अध्यक्षों को बुलाया गया था | इन सभी कार्यकर्ताओं की बैठक प्रातः 11 बजे प्रारंभ होकर शाम को 4.30 बजे तक चली जिसमें 14 जिला केंद्रों से 42 कार्यकर्ता बंधु/भगिनी उपस्थित रहे | जालंधर से विजय नड्डा, राजेंद्र कुमार, हर्ष कुमार, रेखा कालिया, ठाकुर विजय जालंधर से, मलेरकोटला से प्रेम सिंह खिमटा, मोहाली से विजय आनंद, कुरुक्षेत्र से देशराज शर्मा, संगरूर से अछविंदर गोयल, पठानकोट हरियाल से कंचन सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे |