जालंधर : भगवान वाल्मीकि जी के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में भगवान वाल्मीकि आश्रम शक्ति नगर में सिटी वाल्मीकि सभा की सीनियर उप प्रधान बबली बराड़ की तरफ से बसों को अमृतसर में लेकर सृष्टि कर्ता भगवान वाल्मीकि जी का आशीर्वाद प्राप्त किया गया 21 अक्टूबर को दोपहर के समय में विशाल बस यात्रा पावन वाल्मीकि तीर्थ अमृतसर को संत समाज की अध्यक्षता में रवाना की गई व 27 अक्टूबर को जालंधर शहर में प्राचीन भगवान वाल्मीकि मंदिर अली मोहल्ला से शोभा यात्रा शुरू होगी, जो महानगर की परिक्रमा कर धर्म का प्रचार करेगी इस मौके पर बबली बराड़ ने बताया कि पौराणिक कथा के मुताबिक, वनवास के दौरान भगवान राम की मुलाकात महर्षि वाल्मीकि से हुए थे। माता सीता को जब वनवास हुआ था तो महर्षि वाल्मीकि ने ही माता सीता को आश्रय दिया था।महर्षि वाल्मीकि के आश्रम में ही माता-सीता ने जुड़वां बच्चों लव और कुश को जन्म दिया। महर्षि वाल्मीकि जब आश्रम में लव कुश को शिक्षा दे रहे थे, तब ही उन्होंने रामायण ग्रंथ लिखा था सनातन धर्म में महर्षि वाल्मीकि को पहला कवि माना जाता है क्योंकि उन्होंने महान हिंदू महाकाव्य रामायण को रचा था, जिसमें भगवान राम के पूरे जीवन को वृत्तांत दिया गया है।
इस मौके पर कांग्रेस पार्टी से नीतू रानी,राजविंदर कौर, निर्मला देवी,राज रानी, सुनेना कुमारी, मीनू, रीना, सोनिया, पाल्वी, जसवीर, मंजीत, जागीर कौर, सुमन, जीता, शीला, सिमरन, तनु, गौरा, राहुल, काला, शालू, राहुल, रानी, नन्नी रही







