जालन्धर ( एस के वर्मा ): कांग्रेस पार्षद सुशील विक्की कालिया ने कल अपने दफ्तर में जहर निगल लिया। उनको मकसूदां के निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया, जहां पर उन्होंने दम तोड़ दिया।आप को बात दे कि सुशील कालिया उनके बेटे अंशुमन कालिया के खिलाफ घोटाले में नाम आने के बाद धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ था। कालिया को तो हाई कोर्ट से जमानत मिल गई थी लेकिन उनके बेटे अंशुमन को जमानत नहीं मिली थी कालिया ने सुसाइड नोट लिख पूर्व विधायक केडी भंडारी सहित दर्जन भर लोगों के नाम लिख कर उनको अपनी मौत का जिम्मेदार बताया।इस मामले को लेकर थाना न:1 की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।सुसाइड नोट में कालिया ने लिखा कि केडी भंडारी ने उन्हें काफी परेशान किया था। उन्होंने सुसाइड नौट में राजकुमार शर्मा, उनकी पत्नी अंजू शर्मा और बेटे आकाश शर्मा का नाम लिखा और साथ ही लिखा कि इन लोगों से उन्होंने मदद मांगी थी तो उन्होंने कहा कि जज और पुलिस उनकी जेब में हैं। 20 लाख रुपये लेने की बात लिखी, जो हिमाचल में दिए जाने की बात कही। इसके साथ ही कुछ और लोगों के नाम भी लिखे और उन पर भी पैसे लेने और तंग करने के आरोप लगाए। इस संबंध में थाना न:1 के प्रभारी जतिंदर सिंह ने खुद विक्की कालिया के निवासी स्थान पर उनके परिवार के सदस्यों ने बयान लिए गए थे जब इस मामले में हमारे चैनल के पत्रकार ने सवाल किया तो वह मीडिया के कैमरे के सामने कोई भी जबाब ना दे सके और कहा आप पारवारिक सदस्यों ने मुझे मना किया है।इस हाईप्रोफाइल मामले में पुलिस अधिकारी फिलहाल चुप्पी साधे हुए हैं सूत्रों से पता चला है कि पुलिस ने सुसाइड नोट को भी आधार मानते हुए एफ आई आर नंबर 14 धारा 306 बी आईपीसी के अधीन केस दर्ज कर लिया है. लेकिन पुलिस अधिकारी इस मामले में फिलहाल पुष्टि नहीं कर रहे हैं पुलिस द्वारा हाई प्रोफाइल मामले के हर पहलू को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई के लिए कानूनी राय ली जा रही थी सूत्रों के मुताबिक विक्की कालिया के परिवार समर्थकों द्वारा चेतावनी दी गई थी की जब तक पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती तब तक वह संस्कार नहीं करेंगे.







