चंडीगढ़ : पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध शुरु की मुहिम के दौरान आज जल सप्लाई और सेनिटेशन विभाग, कपूरथला के एस. डी. ओ. अगमजोत सिंह और उसके दफ़्तर में तैनात फ़िटर हैलपर मनजीत सिंह को 1,00,000 रुपए रिश्वत की माँग करने के दोष अधीन काबू किया है। जानकारी देते हुये विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त दोनों मुलजिमों को सिवल ठेकेदार जतिन्दर सिंह, निवासी सूलर रोड, पटियाला द्वारा मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाईन में दर्ज करवाई आनलाइन शिकायत की जांच के उपरांत गिरफ़्तार किया है।उन्होंने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में बताया है कि उसकी कंस्ट्रक्शन फर्म मैसर्ज गुराया कंटरैकटरज़, पटियाला को पी. टी. यू. कपूरथला में दो काम अलाट हुए थे और उक्त दोषी अधिकारी ने उसकी फर्म को एक काम में देरी करने के लिए 2 49, 824 रुपए का जुर्माना किया था। इसी दौरान शिकायतकर्ता ने जाली रसीद तैयार करके काटे हुए जुर्माने की राशि में से 1,59, 951 रुपए निकलवा लिए और दोषी एस. डी. ओ. और उसके फ़िटर हैलपर ने उसको धमकी दी कि यदि उसने रिश्वत के तौर पर 7 लाख रुपए न दिए तो इस कार्यवाही के लिए उसके खि़लाफ़ अपराधिक शिकायत दर्ज करवाई जायेगी। शिकायतकर्ता ने बताया कि इस केस में सौदा एक लाख रुपए में तय हुआ था। उसने आगे बताया कि जब उक्त मुलजिमों ने उसे इस सम्बन्धी शिकायत दर्ज करवाने की धमकी दी तो उसने जुर्माने की उक्त रकम 1 59, 951 रुपए विभाग के पास जमा करवा दी। शिकायतकर्ता ठेकेदार ने उक्त मुलजिमों के साथ इस दौरान रिश्वत की रकम मांगने सम्बन्धी हुई बातचीत रिकार्ड कर ली।प्रवक्ता ने बताया कि विजीलैंस ब्यूरो जालंधर रेंज ने इस आनलाइन शिकायत की जांच की और उक्त एस. डी. ओ. और फ़िटर हैलपर को शिकायतकर्ता से रिश्वत की माँग करने पर दोषी पाये जाने के उपरांत गिरफ़्तार कर लिया। इस सम्बन्धी भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के अंतर्गत विजीलैंस ब्यूरो थाना जालंधर रेंज में मामला दर्ज किया गया है। दोनों मुलजिमों को कल अदालत में पेश किया जायेगा और इस मामले की आगे कार्यवाही जारी है।