चंडीगढ़ : भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल को 16-18 फरवरी तक जर्मनी के म्यूनिख में आयोजित प्रतिष्ठित तीन दिवसीय म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में आमंत्रित किया गया था, जिस दौरान उन्होंने तीन से चार महत्वपूर्ण कार्यक्रमों पर बात की थी। इस सम्मेलन में दुनिया भर के राजनयिकों, नेताओं और नीति निर्माताओं ने हिस्सा लिया।सम्मेलन में उपस्थित प्रमुख लोगों में दुनिया के अलग-अलग देशों के प्रधानमंत्रियों और राष्ट्रपतियों सहित भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस, चीन के विदेश मंत्री वांग यी, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की, यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई भी शामिल रहे।सम्मेलन के दौरान शेरगिल ने कहा कि यह स्पष्ट है कि आज दुनिया यह जानने को उत्सुक है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था कैसे बन गया है और महामारी एवं अन्य बाधाओं के बावजूद भारत कैसे निवेश का केंद्र बन गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत के विकास पथ को लेकर सम्मेलन में स्पष्ट रूप से सम्मान और जिज्ञासा दिख रही थी। शेरगिल ने कहा कि सम्मेलन के दौरान दुनिया भर में चल रहे मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया गयाशेरगिल ने विस्तार से बताया कि किस प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न देशों को महत्वपूर्ण मुद्दों पर समाधान प्रदान करके भारत को दुनिया का मित्र बनाने के अलावा, सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में बदल दिया है।इस दौरान अपने संबोधन में शेरगिल ने सप्लाई चेन रिसाइलेंस को लेकर भारत के दृष्टिकोण के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने सम्मानित सभा को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ना केवल निवेश का केंद्र बनने की दिशा में ध्यान केंद्रित कर रहा है, बल्कि मजबूत सप्लाई चेन बनाकर पूरे क्षेत्र की प्रगति के लिए भी काम कर रहा है।इस अवसर पर सम्मेलन में बोलते हुए, शेरगिल ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत की तरक्की के लिए इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क (आईपीईएफ), रिस्पॉन्सिबल सप्लाई चेन इनिशिएटिव (आरएससीआई), इंडिया-मिडल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर (आईएमईई कॉरिडोर), इंडो-पैसिफिक एलायंस, फ्री ट्रेड एग्रीमेंट्स (एफटीए) पर हस्ताक्षर करने सहित प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम (पीएलआई स्कीमों), बुनियादी ढांचे पर खर्च और मेक इन इंडिया जैसी घरेलू पहलें भारत की विकास दर में तेजी ला रही हैं और सप्लाई चेन की कमजोरियों को दूर कर रही हैं शेरगिल ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी पर जोर देकर, इंडो-पैसिफिक में नेटसिक्योरिटी प्रदाता बनकर और मध्य पूर्व व पश्चिम के साथ काम करके, भारत सभी क्षेत्रों में फ्रंट फुट पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत की विदेश नीति किसी का पक्ष लेने के बारे में नहीं है, बल्कि रणनीतिक स्वायत्तता और दूरियां मिटाने की है।शेरगिल ने जोर देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का संदेश स्पष्ट है कि भारत शांति, कानून के शासन, प्रगति और स्वच्छ पर्यावरण के पक्ष में है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों के कारण दुनिया में भारत का सम्मान सर्वकालिक ऊंचा हो गया है। उन्होंने कहा कि अब कैंप फॉलोअर ना रहकर भारत एजेंडा सेटर बन गया है। उन्होंने मोदी के नेतृत्व में भारत की अभूतपूर्व आर्थिक तरक्की और ग्लोबल साउथ की आवाज के रूप में उभरने पर भी बात की।