जालंधर : लोकसभा सीट जालंधर को कांग्रेस पार्टी का गढ़ माना जाता रहा है। लेकिन 2023 में जालंधर के सांसद संतोख सिंह चौधरी का निधन हो गया, और उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार कर्मजीत कौर चौधरी “धर्मपत्नी स्वर्गीय संतोख सिंह चौधरी”, आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सुशील कुमार रिंकू से बड़ी भारी मतों से हार गई थी। इस हार के साथ ही कांग्रेस का सालों पुराना गढ़ जालंधर में टूट गया।लेकिन इस बार कांग्रेस पार्टी लोकसभा सीट जालंधर पर कोई रिस्क नहीं लेना चाहती, इसी बात के चलते कांग्रेस पार्टी में लोकसभा टिकट पर सीनियर एक बहुत बड़े चेहरे को जालंधर सीट पर लाने की तैयारी कर रहें है लोकसभा चुनावों के चलते पंजाब के उम्मीदवारों के नामों की चर्चा को लेकर दिल्ली में कांग्रेस हाई कमान की बड़ी मीटिंग बहुत जल्द होने जा रही है सूत्रों अनुसार इस मीटिंग में जालंधर सहित लगभग सभी लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम को लेकर मंथन जारी है। और नामों की सूची बहुत जल्द जारी हो सकती है।हालांकि कांग्रेस पार्टी का कोई सीनियर नेता इस बड़े चेहरे का नाम बताने को तैयार नहीं है, लेकिन फिर भी विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार यह चेहरा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का हो सकता हैं। क्योंकि चन्नी कांग्रेस पार्टी में दलित समाज का बहुत बड़ा चेहरा है, और लोकसभा सीट जालंधर रिजर्व सीट भी है।इसके अतिरिक्त पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री व् प्रदेश कांग्रेस के सीनियर उप प्रधान अवतार हैनरी, जालंधर केंट से विधायक परगट सिंह को श्री आनंदपुर साहिब से उम्मीदवार बनाया जा सकता है। वहीं राणा गुरजीत सिंह श्री खडूर साहिब, सुखपाल खैरा संगरूर तो रवनीत बिट्टू लुधियाना से उम्मीदवार होंगे। इसके अतिरिक्त पटियाला, अमृतसर, गुरदासपुर, होशियारपुर, बठिंडा, फरीदकोट, फतेहगढ़ साहिब, फ़िरोज़पुर के लिए नामों की भी चर्चा जारी है।सूत्रों का कहना है कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का, पिछले काफी महीनों से जालंधर में आना-जाना पहले से कहीं अधिक तेज़ है, चन्नी कुछ दिन पहले डेरा राधा स्वामी ब्यास, डेरा सचखंड बल्लां, और कुछ दिन पहले श्री गुरु रविदास जयंती पर शोभायात्रा में हाज़िर होना, इस बात का संकेत है कि चन्नी लोकसभा सीट जालंधर पर पहले से ज्यादा एक्टिव नज़र आ रहे हैं।