जालंधर : जिला प्रशासन जालंधर ने लोकसभा चुनाव 2024 को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करवाने के लिए सभी बुनियादी प्रबंध पूरे कर लिए है।डिप्टी कमिश्नर-कम-जिला चुनाव अधिकारी विशेष सारंगल, जो आज भारतीय चुनाव आयोग द्वारा आयोजित वीडियो कान्फ्रैंस में भाग ले रहे थे, ने कहा कि जिला प्रशासन ने चुनाव के लिए सभी प्रारंभिक तैयारियां कर ली है।वीडियो कान्फ्रैंस में जालंधर ग्रामीण के एसएसपी मुखविंदर सिंह भुल्लर, डिप्टी कमिश्नर पुलिस अंकुर गुप्ता, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर और रिटर्निंग अधिकारी भी शामिल हुए।डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि जालंधर लोकसभा क्षेत्र के 16.17 लाख मतदाता 1951 पोलिंग बूथों पर अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करेंगे।उन्होंने कहा कि आदर्श चुनाव प्रक्रिया को लागू करने के लिए जिला स्तर और विधानसभा क्षेत्र स्तर पर टीमों का गठन किया गया है, जिसका नेतृत्व नगर निगम के कमिश्नर करेंगे। इसके अलावा सी-विजुअल ऐप मानिटरिंग टीमें और आई.टी. टीमें भी बनाई गई हैं।उन्होंने यह भी बताया कि चुनाव के दौरान उम्मीदवारों को आवश्यक अनुमोदन आसान तरीके से प्रदान करने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों और सहायक रिटर्निंग अधिकारियों के स्तर पर एक ‘सुविधा विंडो’ स्थापित की गई है।इसके अलावा चुनाव के दौरान खर्च पर कड़ी नजर रखने के लिए बूथों पर स्टैटिक सर्विलैंस टीम, वीडियो टीमों की तैनाती के साथ-साथ वेबकास्टिंग की भी व्यवस्था की गई है।उन्होंने जिले में स्वीप के तहत गतिविधियों में तेजी लाने पर जोर दिया और कहा कि 70 प्रतिशत से अधिक मतदान सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक मतदाता से संपर्क किया जाये, ताकि वोट प्रतिशत बढ़ाया जा सके। इसके अलावा 18 से 19 वर्ष के मतदाताओं को मतदान और मतदान के महत्व के बारे में जागरूक किया जाए।उन्होंने यह भी बताया कि जिला स्तरीय शिकायत निगरानी दल और जिला स्तरीय मीडिया निगरानी दल का भी गठन किया गया है।इस बीच, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले में लाइसैंसी हथियार जमा करवाने की प्रक्रिया जारी है और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे है।डिप्टी कमिश्नर ने प्रस्तावित मतगणना केंद्रों का भी दौरा किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे लोकतंत्र के इस सबसे बड़े त्योहार के मद्देनजर पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ अपना कर्तव्य निभाएं। इस अवसर पर एडीसी अमित महाजन, ए.डी.सी लखविंदर सिंह और रिटर्निंग अधिकारी भी मौजूद थे।