जालंधर : डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने जालंधर की विभिन्न मंडियों का दौरा कर गेहूं की खरीद प्रक्रिया का जायजा लिया।उन्होंने करतारपुर और नौगजा मंडी में मंडी बोर्ड, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग और खरीद एजेंसियों के अधिकारियों के साथ खरीद प्रक्रिया की समीक्षा की । इस दौरान उन्होंने किसानों से भी बातचीत की और पिछले दिनों में हुई बारिश संबंधी समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।इसके अलावा डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल के निर्देशों पर अलग-अलग सब डिवीजन के उपमंडल मैजिस्ट्रेट भी मंडियों में गेहूं खरीद प्रक्रिया का जायजा ले रहे है।उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा 80 मंडियों में 5.17 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य है, जिसके लिए मंडियों में किसानों की फसल के उचित खरीद प्रबंध किए गए है।डिप्टी कमिश्नर ने खरीद एजेंसियों के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि किसानों को गेहूं बेचने में कोई भी परेशानी न आए।उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ जाकर फसल का निरीक्षण किया और कहा कि अगले कुछ दिनों में गेहूं की आमद तेज हो जाएगी।उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि खरीदी गई फसल की डिलीवरी समय पर हो और भुगतान भी निर्धारित समय में हो।उन्होंने मंडियों में गेहूं को बारिश से बचाने के लिए किए गए प्रबंधों पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि जिला प्रशासन ने फसल की उचित संभाल के लिए पर्याप्त प्रबंध किए है।डिप्टी कमिश्नर ने यह भी बताया कि अब तक जिले की मंडियों में 16613 मीट्रिक टन गेहूं की आमद हो चुकी है, जिसमें से 15121 मीट्रिक टन की खरीद की जा चुकी है।डा. अग्रवाल ने कहा कि मंडियों में अपनी फसल लेकर आने वाले किसानों की सुविधा के लिए पीने के पानी, छाया, रोशनी, साफ-सफाई, शौचालय आदि के प्रबंध पहले ही कर दिए गए है।इसके अलावा श्रमिकों, फसल की ढुलाई, पर्याप्त मात्रा में बारदाना आदि की व्यवस्था भी सुनिश्चित किए गए है।उन्होंने किसानों से यह भी अपील की कि जिले की मंडियों में फसल निर्धारित मानकों के अनुसार ही लायी जाये ताकि विभिन्न खरीद एजेंसियों को खरीद में कोई कठिनाई न हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गेहूं की खरीद प्रक्रिया उचित ढंग से चले।







