जालंधर : पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने अध्यापकों से शिक्षा को मूल्यों से जोड़कर राष्ट्र निर्माण और बच्चों के लिए बेहतर भविष्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आह्वान किया। यह अपील राज्यपाल ने स्वामी मोहन दास मॉडल स्कूल के 22वें वार्षिक समारोह की अध्यक्षता करते हुए की, जहां उन्होंने मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।सभा को संबोधित करते हुए श्री कटारिया ने शिक्षा और नैतिक मूल्यों के संयोजन के माध्यम से बच्चों के भविष्य को बढ़िया बनाने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमारे बुजुर्गों द्वारा देखा गया समृद्ध भारत का सपना शिक्षा को मूल्यों से जोड़कर ही पूरा किया जा सकता है और इस लक्ष्य को हासिल करने में शिक्षकों की अहम भूमिका है।एक शिक्षक के तौर पर अपने अनुभवों को सांझा करते हुए, श्री कटारिया ने कहा कि उन्होंने एक शिक्षक के रूप में अपना करियर शुरू किया और शिक्षण पेशे में अन्य प्रतिष्ठित पदों से परे संतुष्टि पाई।पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए राज्यपाल ने श्री गुरु नानक देव जी द्वारा ‘पवणु गुरु पानी पिता माता धरती महतु’ की शिक्षा का उल्लेख किया और कहा कि इन शिक्षाओं को जीवन में अपनाकर प्राकृतिक संसाधनों की संभाल की जा सकती है। उन्होंने अध्यापकों को न्योता दिया कि छात्रों को इन शिक्षाओं को आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया जाए ताकि वे पर्यावरण संभाल के लिए जिम्मेदार नागरिक बन सकें।उन्होंने स्वामी मोहन दास जी की शिक्षा और मूल्यों के प्रति समर्पण की भावना और संस्था की प्रमुख गुरु माँ सोमा देवी जी के नेतृत्व में छात्रों के सर्वांगीण विकास के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना की।इस अवसर पर राज्यपाल ने विशेष डी.जी.पी. अर्पित शुक्ला के साथ छात्रों द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का दौरा किया। उन्होंने छात्रों की विभिन्न परियोजनाओं और अनूठे विचारों की सराहना की।कार्यक्रम की शुरुआत आयोजन समिति के अध्यक्ष लविंदर वर्मा, सचिव सुनीता शर्मा, उपाध्यक्ष हरनेक ढिल्लों ने राज्यपाल का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस मौके पर प्रिंसिपल जितिंदर कौर ने समागम में भाग लेने वाली सभी शख्सियतों का धन्यवाद किया।