जालंधर के डिवीजन नंबर 7 के प्रभारी को पहले थाने में आकर धमकाया गया और फिर लाइन हाजिर कर दिया गया। इस संबंध में जिला कांग्रेस कमेटी शहरी के अध्यक्ष राजिंदर बेरी ने कहा कि एसएचओ जिन लोगों को चोरी के एक मामले की जांच करने के लिए लेकर आए थे, वे आप नेता के करीबी रिश्तेदार थे। जब आप नेता उन लोगों का पीछा करने आए तो एसएचओ ने कहा कि मुझे जांच करने दो, अगर वे दोषी हैं तो मैं केस दर्ज करूंगा, नहीं तो उन्हें जाने दूंगा। लेकिन उस समय आप नेता ने थाना प्रभारी को धमकाना शुरू कर दिया कि 10 मिनट में तुम्हारा तबादला करवा दूंगा और आप नेता ने अपने पावर का दुरुपयोग करते हुए थाना प्रभारी को लाइन हाजिर करवा दिया। राजिंदर बेरी ने कहा कि चुनाव से पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कहते थे कि अगर हमारी सरकार बनी तो थानों के काम में कोई दखलंदाजी नहीं होगी, लेकिन आज आप के नेता खुलेआम थानों में आकर पुलिस को धमका रहे हैं और ट्रांसफर करवा रहे हैं और कानून को काम नहीं करने दिया जा रहा है, खुलेआम थानों में दखलंदाजी कर रहे हैं, जो कि सरासर गलत है। सीनियर अफसरों को भी दिखना चाहिए और बिना किसी राजनीतिक दबाव के लोगों का काम करना चाहिए और जो गलत हैं, उन्हें उनकी गलतियों के हिसाब से सजा मिलनी चाहिए, न कि अपने ही अफसरों पर कार्रवाई करके। क्या लोगों ने आम आदमी पार्टी को ऐसे काम करने के लिए, सत्ता का दुरुपयोग करने के लिए और आप की सरकार बनाने के लिए वोट दिया था, ताकि ऐसे नेता थानों में जाकर अफसरों को धमका सकें और उनका ट्रांसफर करवा सकें? लोग आज यह भी सोच रहे हैं कि हमने यह कौन सा बदलाव लाया है?







