जालंधर ( एस के वर्मा / एम के शर्मा ): इंमप्रूवमैंट ट्रस्ट जालंधर की ज़मीन का मुआवज़ा बाँटने में हुए गबन मामले में करीब 3 साल से अधिक समय से फऱार चल रहे दो दोषी राजिन्दर सिंह और रवि कुमार, निवासी गाँव बिलगा, जि़ला जालंधर को गिरफ़्तार कर लिया है। इस मुकदमे में अब तक कुल 14 दोषी गिरफ़्तार किए जा चुके हैं और बाकियों की सक्रियता के साथ खोज जारी है। जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने बताया कि इंमप्रूवमैंट ट्रस्ट जालंधर द्वारा सूर्य एनक्लेव एक्सटैंशन स्कीम के लिए 94.97 एकड़ ज़मीन एक्वायर की गई थी, जिसका मुआवज़ा देने के समय असल व्यक्तियों की जगह फज़ऱ्ी व्यक्ति खड़ कर और नकली दस्तावेज़ तैयार करके इंमप्रूवमैंट ट्रस्ट के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से 5,49,18,523 ( पाँच करोड़ उनचास लाख अठरह हज़ार पाँच सौ तेईस) रुपए की मुआवज़े की रकम का गबन किया गया था, जिस सम्बन्धी मुकदमा नंबर 244 तारीख़ 29- 10-2013 को आई.पी.सी. की धारा 409, 419, 420, 465, 467, 468, 201, 120बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7, 13 के अंतर्गत थाना नयी बारांदरी जालंधर में दर्ज किया गया था। इसके उपरांत इस मुकदमे की अगली जाँच विजीलैंस ब्यूरो को सौंपी गई थी।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि इस मामले में शामिल दोषी गोबिंद राम और पूरूषोत्तम लाल द्वारा नकली दस्तावेज़ तैयार करके इंमप्रूवमैंट ट्रस्ट के अधिकारियों/कर्मचारियों की मिलीभगत से क्रमवार 2,12,76,211 रुपए और 98,77,843 की रकम का गबन किया गया। उक्त रकमों में से दोषी राजिन्दर सिंह और रवि कुमार ने क्रमवार 35,00,000 रुपए और 20,00,00 रुपए चैक के द्वारा उक्त दोषी गोबिंद राम और पुरूषोत्तम लाल से हासिल किए थे। प्रवक्ता ने बताया कि इस मामले में शामिल दोषी मनजीत शर्मा, सुखदेव सिंह पटवारी, प्रेम प्रकाश, वकील मोहित भारद्वाज, वकील दीपक सिडाना, अमनदीप सिंह, कुलवंत सिंह, जतिन्दर कुमार शर्मा, तरलोक सिंह, सन्दीप शर्मा, सुरिन्दर कुमार कैशियर और गुरदीप सिंह को पहले ही गिरफ़्तार किया जा चुका है। बाकी के फऱार दोषियों को गिरफ़्तार करने के लिए विजीलैंस ब्यूरो द्वारा उनके रिहायशी और अन्य ठिकानों पर लगातार दबिश दी जा रही है, जिनको जल्द गिरफ़्तार कर लिया जाएगा।