जालंधर ( एस के वर्मा ): राज्य भर में लाल लकीर अंदर आने वाली जायदाद के कानूनी मालिकाना हक देने वाली मेरा घर मेरे नाम/स्वामित्व योजना के तहत जालंधर जिले के डिजीटल मैप तैयार करने के लिए एक दिन में एक ड्रोन के माध्यम से 9 गांवों को मैपिंग अधीन कवर कर मिसाल कायम की है। जिला टीम के अच्छे प्रदर्शन की सराहना करते हुए डिप्टी कमिश्नर जसप्रीत सिंह ने कहा कि पंचायत मंत्रालय ने ट्वीट के माध्यम से इस संबंध में जानकारी सांझा की है। उन्होंने कहा कि योजना अधीन एक मार्च 2023 को जिले में दूसरे दौर की मैपिंग शुरू की गई थी और पहले ही दिन जिले के 9 गांवों को ड्रोन से कवर किया गया, जो अपने आप में एक मिसाल है। उन्होंने कहा कि इन गांवों में उदोपुर, बरसाल, शाहपुर, हमीरखेड़ा, प्रतापपुरा, फूलपुर, धनाल, नंगलपुर दिल और उस्मानपुर शामिल है।उन्होंने आगे बताया कि 3 मार्च तक 24 गांवों की मैपिंग का काम पूरा कर लिया गया है। जसप्रीत सिंह ने आगे कहा कि इस योजना का उद्देश्य बेहतर तकनीक के साथ गांव का सर्वेक्षण और गांव के क्षेत्रों की मैपिंग के माध्यम से संपत्ति विवादों और कानूनी मामलों को कम करना है। उन्होंने आगे कहा कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों में संपत्ति के अधिकारों के बारे में स्पष्टता सुनिश्चित होगी, जिससे संपत्ति संबंधी विवादों को सुलझाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि योजना के तहत गांवों में रैड लाइन के अंदर की संपत्तियों की ड्रोन से मैपिंग की जाएगी और योग्य रिकार्ड मालिकों को सौंपा जाएंगा। जिला राजस्व अधिकारी जशनजीत सिंह, जो इस योजना के नोडल अधिकारी भी है, ने बताया कि डिप्टी कमिश्नर जसप्रीत सिंह के नेतृत्व में जिले के गांवों में रैड लाइन के अंतर्गत आने वाली संपत्तियों की मैपिंग का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत रैड लाइन के अंतर्गत आने वाली संपत्ति के मालिक कानूनी रूप से अपनी संपत्ति के दस्तावेज प्राप्त करने के हकदार होंगे, जिससे उन्हें अपनी संपत्ति के खरीद बेच और राजस्व विभाग से संबंधित काम में कोई परेशानी नहीं होगी।







