

जालंधर : कमिश्नरेट पुलिस जालंधर द्वारा डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए,दफ्तर पुलिस कमिश्नर जालंधर में एक साइबर कियोस्क मशीन स्थापित की गई। इसका उद्घाटन विशेष डी.जी.पी. (तकनीकी सहायता सेवाएँ) राम सिंह (आईपीएस) ने किया।इस अवसर पर पुलिस कमिश्नर जालंधर धनप्रीत कौर, ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर संदीप कुमार, डी.सी.पी इनवेस्टिगेशन मनप्रीत सिंह ढिल्लों और अन्य सीनियर पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे।यह साइबर कियोस्क एक स्टैंडअलोन मशीन है, जो मोबाइल उपकरणों और यू.एस.बी स्टोरेज उपकरणों से खतरनाक, संदिग्ध या हानिकारक फ़ाइलों और एप्लिकेशन की पहचान करती है, जिसके माध्यम से नागरिक अपने डिजिटल उपकरणों को सुरक्षित रख सकेंगे।इसके साथ ही, विशेष डी.जी.पी. राम सिंह के नेतृत्व में, पुलिस कमिश्नर जालंधर और संबंधित ए.सी.पी के साथ मिल पूरे शहर में एक लक्षित कासो अभियान भी चलाया गया। पंजाब सरकार द्वारा शुरू किए गए अभियान “युद्ध नशे के विरुद्ध” के तहत नशीले पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने और आपराधिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए विभिन्न हॉटस्पॉट क्षेत्रों में चेकपॉइंट स्थापित करके यह अभियान चलाया गया।इसके अलावा, विशेष डी.जी.पी. राम सिंह की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई, जिसमें सी.पी. जालंधर धनप्रीत कौर, एस.एस.पी. कपूरथला गौरव तुरा, एस.एस.पी होशियारपुर संदीप कुमार मलिक और एस.एस.पी. जालंधर (ग्रामीण) हरविंदर सिंह विर्क के अलावा जे.सी.पी. जालंधर और अन्य सीनियर अधिकारी मौजूद थे बैठक में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने और नशे के खिलाफ लड़ाई को और प्रभावी बनाने पर चर्चा हुई।कमिश्नरेट पुलिस जालंधर ने नागरिकों से नए स्थापित साइबर कियोस्क की मदद लेकर अपने डिजिटल उपकरणों को हानिकारक सामग्री से बचाने की अपील की। यह कदम नागरिक सुरक्षा, स्मार्ट पुलिसिंग और साइबर अपराध रोकथाम के प्रति पुलिस विभाग की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।








