जालंधर ( एस के वर्मा ) : डिप्टी कमिश्नर जसप्रीत सिंह ने कपूरथला रोड पर बन रहे नए मल्टी स्किल डेवलपमेंट सेंटर की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण केंद्र से हर साल 500 युवाओं को खेल उद्योग से संबंधित प्रशिक्षण मिलेगा। उन्होंने कहा कि 200 छात्रों का पहला बैच अगले महीने से शुरू किया जा रहा है क्योंकि इस प्रशिक्षण केंद्र के इस महीने के अंत तक पूरा होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक विशेषज्ञों द्वारा शिक्षार्थियों को खेल उद्योग से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। डिप्टी कमिशनर जसप्रीत सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने पंजाब कौशल विकास मिशन के तहत युवाओं को कुशल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए स्पोर्ट्स गुड्स मैन्युफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्ट एक्सीलेंस (एसजीएमईए) संगठन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए है। डिप्टी कमिशनर ने आगे बताया कि अगले महीने से शुरू होने वाले पहले बैच के दौरान हाथ से बने सामान जैसे दस्ताने और परिधान, मशीन और हाथ से बनी गेंद, बैग और अन्य सामान के इलावा क्रिकेट गेंदों के निर्माण का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के सफल समापन के बाद प्रशिक्षुओं के लिए जालंधर के खेल उद्योग में रोजगार के अवसर पैदा होंगे। उन्होंने बताया कि मल्टी स्किल डेवलपमेंट सेंटर से जो उम्मीदवार प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते हैं, वे https://forms.gle/Yo2a11M55xrkZxxa8 के माध्यम से रेजिस्ट्रेशन करवा सकते है।उन्होंने कहा कि इस केंद्र से उद्योगों की मांग के अनुरूप युवाओं को आधुनिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 18 से 45 वर्ष के आयु वर्ग और 10वीं या उससे अधिक योग्यता रखने वाले युवा कोर्स के लिए रेजिस्ट्रेशन करवा सकते है।उन्होंने बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन की वचनबद्धता को दोहराते हुए कहा कि इस दिशा में जिला प्रशासन द्वारा सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं और लोगों के सहयोग से जालंधर में इस मिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया जाएगा। बता दे कि जालंधर अपने खेल उद्योग के लिए दुनिया भर में जाना जाता है और इस उद्योग में युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करने की कई संभावनाएं हैं। इस मौके पर डिप्टी कमिशनर ने मल्टी स्किल डेवलपमेंट सेंटर का दौरा किया और सिलाई मशीन ऑपरेटर कोर्स के प्रशिक्षुओं से बातचीत की और इस मिशन को और बढ़िया बनाने के लिए उनसे बहुमूल्य सुझाव लिए। प्रशिक्षुओं ने डिप्टी कमिशनर को बताया कि वे इस केंद्र में उद्योगों द्वारा उपयोग की जाने वाली अत्याधुनिक मशीनों के संचालन का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।