जालंधर ( एस के वर्मा ) : 10 मई को होने वाले जालंधर लोकसभा क्षेत्र के उप चुनाव में इस्तेमाल होने वाली इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों और वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) मशीनों के दूसरे चरण की रेंडमाइजेशन आज की गई। यहां जिला प्रशासनिक परिसर में जनरल आब्जर्वर डॉ. डॉ. प्रीतम बी यशवंत, उपायुक्त जसप्रीत सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त (विकास) वरिंदरपाल सिंह बाजवा और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और उम्मीदवारों की उपस्थिति में आयोजित किया गया था। इस अवसर पर उपायुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि उप चुनाव को सुचारू ढंग से संपन्न कराने के लिए जिले के 9 विधानसभा क्षेत्रों में 1972 मतदान केन्द्रों को स्थापित किया गया है। इन मतदान केंद्रों के लिए कुल 4696 बैलेट यूनिटों और 2765 कंट्रोल यूनिटों और 2765 वोटर वेरिफाइएबल पेपर ऑडिट ट्रेल्स (वीवीपैट) यूनिट्स के बूथवार वितरण के लिए रेंडमाइजेशन की प्रक्रिया लागू की गई है। उन्होंने आगे बताया कि 40-40 प्रतिशत बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट को रिजर्व में रखा गया है, जिनका उपयोग वोटिंग मशीन/वीवीपैट के खराब होने की स्थिति में किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि एक मई से वोटिंग मशीनों की तैयारी शुरू हो जाएगी। जिला चुनाव अधिकारी ने बताया कि रेंडमाइजेशन का उद्देश्य स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना है, जिसमें सॉफ्टवेयर के माध्यम से पूरी पारदर्शिता के साथ ऑनलाइन तरीके से बूथ निर्धारण किया जाता है।उप चुनाव शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और व्यवस्थित तरीके से करवाने की प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए जिला चुनाव अधिकारी ने कहा कि इस कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से चुनाव को सुचारू रूप से संपन्न कराने में सहयोग करने की भी अपील की। उल्लेखनीय है कि रेंडमाइजेशन के दौरान साफ्टवेयर के माध्यम से तैयार की गई सूचियां उम्मीदवारों/राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों और समूह सहायक रिटर्निंग अधिकारियों को प्रदान की गई हैं, जिसके अनुसार ईवीएम/वीवीपैट मशीनें तैयार की जाएंगी।