जालंधर : कांग्रेस भवन में शहर के कांग्रेसी नेताओं तथा कार्यकताओं द्वारा स्वर्गीय राजीव गांधी को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी के प्रधान राजिंदर बेरी,महिला कांग्रेस कमेटी की प्रधान कंचन ठाकुर ने कहा कि स्व राजीव गांधी एक दूरदर्शी नेता थे। जिन्होंने 21 वीं सदी की भारत की परिकल्पना को साकार रूप दिया और भारत मे संचार क्रांति की नींव रखी। कम्प्यूटर युग मे युवाओं को ले गए। आज विश्व में भारत के युवाओं का आइटी क्षेत्र में वर्चस्व है स्व राजीव गांधी एक अमन-शांति पसन्द व्यक्ति थे। जो समाज मे,देश मे और विश्व मे लोग भाई -चारे के साथ रहे। उन्होंने श्रीलंका में लिट्टे समस्या को समाप्त करने के लिए शांति सेना भेजी ,देश के अंदर पंजाब, असम, मिजोरम में आंतरिक अलगाव वाद को समाप्त कर उन्हें मुख्यधारा से जोड़कर प्रजातांत्रिक व्यवस्था को स्थापित करने में सफल रहे भारत रत्न राजीव गांधी की स्मृति बनाए रखना सिर्फ रस्म अदायगी नहीं, बल्कि उस सपने का भी सम्मान होगा, जो उन्होंने नवीन, सक्षम और समृद्ध भारत के लिए देखा था। राजीव गांधी की स्मृति को संजोए रखना, उनके उस सपने का सम्मान होगा जो उन्होंने नए भारत के नव-निर्माण के लिए देखा था।लेकिन एक जननेता और प्रधानमंत्री के रूप में देश को विकासपथ पर ले जाकर राष्ट्रीय क्षितिज में उन्होंने भारत को जो पहचान व ऊंचाई दिलाई, वह इतिहास के पन्नों में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में अंकित है। उन्होंने भारत को आधुनिक, खुशहाल और एक मजबूत राष्ट्र बनाने में विशेष भूमिका निभाई।21वीं सदी में भारत को तकनीकी रूप से दक्ष राष्ट्र बनाने का स्वप्न देखने वाले राजीव जी अपने विचारों और संवेदनशील नेतृत्वकर्ता के रूप में वर्तमान समय में हमें सबसे ज्यादा याद आते हैं। उन्होंने तकनीक और विज्ञान से सम्पन्न ऐसे राष्ट्र की कल्पना की थी जो मानवीय और लोकतांत्रिक मूल्यों से युक्त हो, जहां सांप्रदायिकता, घृणा, आतंकवाद, अशिक्षा, गरीबी जैसी बुराइयों के लिए जगह न हो। उनकी राजनीति भेद की नीति नहीं थी बल्कि देश के विकास की उनकी परिभाषा में सर्वजन हित और सर्वसंरक्षण समाहित था।याद करना जरूरी है कि राजीव गांधी ने मर्मान्तक क्षणों में देश की बागडोर थामी थी। समूचा देश श्रीमती इंदिरा गांधी की हत्या को लेकर शोक में डूब हुआ था। इन जटिल हालातों में भी बिना विचलित हुए राजीव जी ने चुनौतीपूर्ण दायित्व को बड़ी सूझबूझ के साथ संभाला था।आज सांप्रदायिकता देश में नए सिरे से जड़ें जमा रही है तब यह रेखांकित करना बहुत आवश्यक है कि सांप्रदायिकता के खिलाफ राजीव जी की दृष्टि और दिशा दोनों बहुत स्पष्ट थी। राजीव जी ने लगातार फिरकापरस्त ताकतों, घृणा, आतंकवाद, अशिक्षा एवं गरीबी के खिलाफ संघर्ष किया। वे जाति, धर्म और सम्प्रदाय के संकीर्ण दायरे से देश को उबारना चाहते थे। इस अधिकार की बदौलत लोकतंत्र में आज युवा महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। उन्होंने जिस तरह से नए लोगों और युवा पीढ़ी को आगे किया, वह उनकी व्यापक सोच, संकल्प और प्रतिबद्धता का प्रमाण है। स्व: राजीव जी ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में अभूतपूर्व प्रयास किए। उन्होंने महिलाओं को अधिकार दिलाने की कई योजनाएं लागू कीं। पंचायतों एवं नगरीय निकायों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित की।इस अवसर पर मनोज कुमार, सचिव पंजाब कांग्रेस नरेश वर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मन्नू वडिंग, वंशिका, नितू, पल्लवी, वीना, विनोद खन्ना, रशपाल जाखू, नवदीप जरेवाल, ब्लाक प्रधान हरीश गांधी ढल्ल, प्रेम नाथ दकोहा ब्लाक प्रधान, जतिंदर मार्शल, सतबीर सिंह परमार, अशोक खन्ना, सोनू, कुमार, सुधीर घुग्गी, हरपाल सिंह संधू और समूची कांग्रेस कार्यकताओं ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।







