जालंधर : मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मां पिंड चौक में श्री शनिदेव महाराज के निमित्त श्रृंखलाबद्ध हवन यज्ञ का आयोजन मंदिर परिसर में किया गया। सर्व प्रथम सभी मुख्य यजमान उदय सिंह से वैदिक रीति अनुसार गौरी गणेश, नवग्रह, पंचोपचार, षोडशोपचार, कलश, पूजन उपरांत आए हुए सभी भक्तों से हवन-यज्ञ में आहुतियां डलवाई । श्री शनिदेव महाराज के जाप उपरांत मां बगलामुखी जी के निमित्त भी माला मंत्र जाप एवं हवन यज्ञ में विशेष रूप आहुतियां धाम के संचालक व संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने डलवाई। हवन-यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत नवजीत भारद्वाज ने आए हुए भक्तों से अपनी बात कहते हुए कहा कि दर्पण छोटा हो या बड़ा इससे फर्क नहीं पड़ता उसे साफ सुथरा होना आवश्यक है। तभी हम अपने बाह्य रूप को देख सकते हैं और बाह्य रूप को सुंदरता देते हैं हमारे वस्त्न। वस्त्रों में जो बाहरी तत्व चिपक कर गंदा कर देते हैं तो हम साबुन के माध्यम से उसे साफ करते हैं लेकिन याद रखें कि सिर्फ साबुन वस्त्र को साफ नहीं कर सकता उसे पानी की आवश्यकता होती है और सिर्फ पानी वस्तु को साफ नहीं कर सकती क्योंकि उन्हें साबुन की आवश्यकता होती है। इसी तरह जब हमारी आत्मा में गंदगी आ जाए तो उसे भी साफ करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आत्मा को साफ करने का विधि-विधान लिखा है, जब हमारी आत्मा बाहरी राग- द्वेष के कारण गंदी हो जाती है तो उसे साफ करने का सबसे अच्छा अवसर आपको ही मिलेगा। उन्होने मां भक्तो को कहा है कि हवन यज्ञ, दान, पूजा, मर्यादित जीवन, अपरिग्रह और शील की रक्षा उपवास के ही प्रयोग हैं। *जिस तरह मशीन को माह में एक दिन बंद कर साफ सफाई की जाती है उसी तरह शारीरिक मशीन को भी उपवास, हवन यज्ञ के माध्यम से ठीक करना चाहिए। मानव शरीर वासना नहीं उपासना का केंद्र है*। इंद्रियों के माध्यम से प्राण जीवन चलता है, पर्व के दिन इसलिए रखे गए हैं ताकि आत्मा की शुद्धि हो जाए, मानव जीवन में बार-बार आत्मकल्याण करना आवश्यक है, शरीर को काम करने के लिए भोजन आवश्यक है लेकिन शरीर को स्वस्थ रखने के लिए उपवास आवश्यक है। इस अवसर पर श्रीकंठ जज, गुलशन शर्मा, अजीत कुमार, प्रदीप शर्मा, नवदीप, रमनदीप, मनजीत सिंह,संजीव सोंधी, विक्रांत शर्मा, राकेश प्रभाकर,विवेक सहगल,रेखा सहगल, मनीष कुमार, अमरेंद्र कुमार शर्मा,बावा गौरव जोशी,रवि वासुदेव,शाम लाल शर्मा,बलिजंदर सिंह,समीर कपूर, रोहित भाटिया, प्रिंस कौंडल, अमरेंद्र कुमार शर्मा, गुलशन शर्मा, दिशांत,लवली शर्मा,राजेश महाजन, मनीष शर्मा, अिश्वनी शर्मा धूप वाले, संजीव शर्मा, विनोद लूथरा, यज्ञदत्त, अवतार सिंह, पंकज, मानव शर्मा, बावा खन्ना, संजय, सोनू छाबड़ा, नवीन, डा. गुप्ता,विकास अग्रवाल, दिशांत शर्मा,अशोक शर्मा, मोहित बहल, दीपक, प्रिंस, राकेश, ठाकुर बलदेव सिंह, गनेश कुमार, सुरेंद्र सिंह, अजय,सौरभ मल्होत्ना, प्रदीप शर्मा, पंकज,मनी,लवली रल्हन, विनोद खन्ना, मुकेश चौधरी, इकबाल, प्रवीण, दीपक, विदुर, जे डी, अशोक शर्मा,सुनील जग्गी, प्रिंस सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।