जालंधर : ज़िला सलाहकार कमेटी/ ज़िला स्तरीय समीक्षा समिति जालंधर की तिमाही समीक्षा बैठक सहायक कमिश्नर गुरसिमरनजीत कौर की अध्यक्षता में यहाँ ज़िला प्रशासकीय कंपलैक्स में हुई, जिसमें सालाना कर्ज़ योजना 2022- 23 की 31 मार्च, 2023 को ख़त्म हुई तिमाही के लिए निश्चित गए लक्ष्य और नतीजों की समीक्षा की गई।
ज़िले में काम करते समूह सरकारी, सहकारी और ग़ैर सरकारी बैंकों की कारगुज़ारी का लेखा- जोखा बैठक के कनवीनर एम.एस मोती प्रमुख ज़िला प्रबंधक ने कमेटी के सामने रखा। सहायक कमिशनर ने जहाँ कारगुज़ारी पर संतोष व्यक्त किया वही कर्ज़े और सी.डी.रेशो के निर्धारित सालाना लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बैंकों को और काम करने के लिए कहा। प्रमुख ज़िला प्रबंधक ने सालाना कर्ज़ योजना 2022- 23 के अंतर्गत मार्च 2023 तक की प्रगति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि तरजीही क्षेत्र में 8865 करोड़ रुपए के कर्ज़े दिए गए है। जबकि कुल 13343 करोड़ रुपए के कर्ज़े मंज़ूर किए गए है। बैंकों को निर्धारित लक्ष्यों की सौ प्रतिशत प्राप्ति की हिदायत करते सहायक कमिशनर ने सभी बैंकों को कृषि और सहायक धंधो के लिए अधिक से अधिक कर्ज़े की सुविधा देने के निर्देश दिए।बैठक में रिज़र्व बैंक आफ इंडिया चंडीगढ़ से एल.डी.ओ. विशाल कुमार, अलग- अलग बैंकों के ज़िला को-आरडीनेटर, डिस्ट्रिक्ट इंडस्टरियल निगम, रूडसैट इंस्टीट्यूट जालंधर, ज़िला कृषि, डेयरी विकास, बाग़बानी, एस.सी निगम, नाबार्ड और अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे। इस मौके रूडसैट इंस्टीट्यूट की तरफ से अपनी सरगर्मियों की रिपोर्ट भी जारी की गई।