गिद्दड़विंडी / जालंधर : सतलुज दरिया में पानी के बढ़ते स्तर से आई दरार के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे लोगों को सुविधाएं, सुरक्षा के साथ साथ पानी में घिरे परिवारों को सही सलामत बाहर निकालने के लिए जालंधर देहात पुलिस की तरफ से दिन रात लगातार राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर किए जा रहे हैं।जालंधर देहात पुलिस की तरफ से भारतीय सेना, नैशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स, स्टेट डिज़ास्टर रिस्पांस फोर्स, गिद्दड़विंडी के नागिरकों तथा अन्य संस्थाओ के सहयोग से बचाव कार्यों के अतिरिक्त पानी में घिरे घरों में रहने वाले लोगों को लगातार राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।आज सुबह गांव मंडाला छन्ना में सुरक्षा और राहत प्रबंधों का जायजा ले रहे जालंधर देहात के एस.एस.पी. मुखविंद्र सिंह भुल्लर ने बताया कि इन गांवों के लोगों की सुविधा के लिए देहात पुलिस की तरफ से गांव मंडाला छन्ना में राहत कैंप स्थापित किया गया है ताकि जरूरतमंद लोगो को मदद कम समय में मिले। उन्होनें बताया कि पुलिस टीमों की तरफ से अलग अलग गांवो में जाकर अनाउंसमेंट के ज़रिए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की जा रही है और ये भी सूचित किया जा रहा है कि किसी भी तरह की मदद के लिए पुलिस टीमों से संपर्क किया जाए। एस.एस.पी. मुखविंदर भुल्लर ने बताया कि एस.पी. मनप्रीत सिंह ढिल्लों, डी.एस.पी. शाहकोट हरजीत सिंह के अतिरिक्त अलग अलग संबंधित थानों के एस.एच.ओ. समेत 300 से ज्यादा अधिकारी/कर्मचारी तैनात किए गए हैं।एस.एस.पी. ने कहा कि लोगों को सुविधाएं देने के साथ साथ उन्हें पेश आ रही समस्याओं का भी तुरंत समाधान करने के लिए पुलिस टीमे लगातार कार्य कर रहीं हैं । उन्होनें बताया कि किश्तियों के ज़रिए लगातार खाद्य पदार्थ, जरूरत मुताबिक दवाएं, जैनरेटर के लिए डीज़र आदि पहुंचाए जा रहे हैं। उन्होनें बताया कि 100 के करीब परिवार पानी में घिरे घरों की छतों पर रह रहे हैं, जिन्हें हर संभव मदद के लिए पंजाब पुलिस द्वारा प्रयास लगातार जारी हैं।एस.एस.पी. मुखविन्द्र भुल्लर ने बताया कि पंजाब पुलिस द्वारा जारी टोल फ्री नंबर 112 पर सूचना देकर पंजाब पुलिस की मदद हासिल की जा सकती है। उन्होनें बताया कि पंजाब पुलिस की विभिन्न टीमें रात के समय भी किसी भी विकट परिस्थित्यों से निबटने के लिए तैयार हैं। उन्होनें बताया कि जो लोग पानी में घिरे घरों पर सुरक्षित स्थानों पर आना चाहते हैं, उन्हें पंजाब पुलिस एन.डी.आर.एफ., एस.डी.आर.एफ. की टीमें सुरक्षित स्थानों पर ले जा रही हैं।