जालंधर : शहर के लोगों को मॉर्डन सेहत सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए शहीद बाबू लाभ सिंह सिविल अस्पताल जालंधर बुनियादी ढांचे में एक बड़े बदलाव की तरफ बढ़ रहा है, जिसके तहत सिविल अस्पताल की कायाकल्प के प्रोजेक्ट को फाइनल करने के लिए एक बैठक बुधवार को डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल की अगुवाई में हुई। इस बैठक में सेहत विभाग और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियो ने हिस्सा लिया और अस्पताल को मॉर्डन सुविधाओं से लैस करने पर विचार-चर्चा हुई।
जिला प्रशासकीय काम्पलेक्स में बैठक की अध्यक्षता करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह की अगुवाई में पंजाब सरकार की तरफ से राज्य में सेहत सुविधाओं को और बेहतर बनाने को प्राथमिकता दी जा रही है ताकि लोगों को बेहतरीन सुविधाएं सरकारी अस्पतालों में मिल सकें। उन्होंने कहा कि जालंधर के सिविल अस्पताल को अल्ट्रा-मॉर्डन सुविधाएं से मजबूती प्रदान करने के लिए लगभग 35 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी। इस प्रोजेक्ट के तहत यहां डीएनबी अस्पताल, एडवांसड कार्डियस सेंटर, लिफ्टें, मल्टी-लेवल कार पार्किंग, न्यू मॉर्चरी बिल्डिंग, सीसीटीवी कैमरा, एयर-कंडीशनिंग सिस्टम, मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर, ट्रेनिंग एंड कांफ्रेंस हॉल, रिपेयर एंड रेनोवेशन ऑफ बेसमेंट, नई फ्लोरिंग, लेंडस्केपिंग एंड सौंदर्यीकरण, सीवरेज सिस्टम की मजबूती, साउंडप्रूफ कमरे की स्थापना, ओपीडी, इमरजेंसी व रिकार्ड रूम के लिए नई रिसैप्शन, फायर फाइटिंग सिस्टम की स्थापना इत्यादि शामिल हैं। इसी तरह यहां मरीजों के बेहतर इलाज के लिए जरूरत के नई मशीनरी व उपकरण भी लाए जाएंगे। सारंगल ने कहा कि पंजाब सरकार ने जालंधर शहर में मौजूदा स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए इस परियोजना को मंजूरी दे दी है। उन्होंने आगे कहा कि संबंधित अधिकारियों द्वारा विस्तृत परियोजना रिपोर्ट जमा करने के तुरंत बाद उन्नयन कार्य शुरू हो जाएगा। शहर के लोगों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए डीसी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए सरकार के पास फंड्स की कोई कमी नहीं है क्योंकि पंजाब सरकार ने पहले ही इस दिशा में कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी क्लीनिकों का उद्घाटन स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करने के मामले में एक गेम-चेंजर साबित हुआ है और अब जालंधर सिविल अस्पताल के ढांचागत विकास से सेहत क्षेत्र को और मजबूती मिलेगी। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. रमन शर्मा, पीडब्ल्यूडी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर बीएस तुली, अतिरिक्त सिविल सर्जन डॉ. वरिंदर कौर थिंद, डिप्टी मेडीकल कमिश्नर डॉ. ज्योति शर्मा समेत सेहत विभाग के कई अधिकारी मौजूद थे।
35 करोड़ रुपए की लागत से जालंधर सिविल अस्पताल के बुनियादी ढांचे को मिलेगा बढ़ावा : डीसी विशेष सारंगल
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