चंडीगढ़भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को झूठे वायदे करने में माहिर बताते हुए, कहा है कि मुख्यमंत्री द्वारा गत दिवस पटियाला में अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान अगले स्वतंत्रता दिवस तक पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने संबंधी दावा उनकी (मान की) खोखली बातों को स्पष्ट रूप से उजागर करता है, जिन्होंने सत्ता में आने से पहले वादा किया था कि उनकी सरकार आने पर 3 महीनों के भीतर वह नशे को ख़त्म कर देंगे।यहां जारी एक बयान में शेरगिल ने कहा कि पंजाब में नशे का अभिशाप खतरनाक रूप धारण कर चुका है। उन्होंने कहा कि अगले महीने मान सरकार अपने कार्यकाल के डेढ़ साल पूरे कर लेगी और शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को नशों का खात्मा करने में अभी भी एक अन्य साल चाहिए। वह मान से पूछना चाहते हैं कि उनकी सरकार अब तक क्या कर रही थी। शेरगिल ने जोर देते हुए कि नशे के खतरे से निपटने में सरकार की गैर-गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सत्ता में इतना समय बिताने के बाद भी, मुख्यमत्री के पास यह कहने के अलावा और कुछ नहीं है कि नशे के खिलाफ कार्रवाई के लिए खाका तैयार है।
शेरगिल ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि आप सरकार की आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति और पंजाब के प्रति उदासीन रवैया राज्य में नशाखोरी और तस्करी की आग को भड़का रहा है।पंजाब भाजपा के परमानेंट इन्वाइटी मैंबर शेरगिल ने दुःख जताया कि मीडिया की खबरों के अनुसार भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार के भयानक कार्यकाल के दौरान नशीली दवाओं के ओवरडोज के चलते 200 से अधिक मौतें हुई हैं। समस्या की भयावहता और स्थिति की गंभीरता इसी से खुलासा होता है कि लगभग हर दूसरे दिन, राज्य के किसी न किसी जिले से नशे की ओवरडोज़ के चलते मौत की खबरें आती हैं। जिस पर उन्होंने सवाल किया कि आप सरकार द्वारा किया गया बदलाव का वायदा कहां है।शेरगिल ने आगे कहा कि आप सरकार नशे और खासकर चिट्टे के खिलाफ़ कोई ठोस कार्रवाई करने में विफल रही है, जो राज्य के लिए विनाशकारी साबित हो रहा है। उन्होने नशे का खात्मा करने में विफल रहने के लिए आप सरकार को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराते हुए, मुख्यमंत्री से ठोस आंकड़ों के साथ सामने आने को कहते हुए कहा कि उनकी सरकार ने अब तक नशे के व्यापार में शामिल कितनी बड़ी मछलियों को पकड़ा है।
गौरतलब है कि 6 दिसंबर, 2022 को उच्चतम न्यायालय ने भी नशीले पदार्थों की तस्करी से निपटने में विफलता पर पंजाब सरकार की खिंचाई की थी। इसके अलावा, 11 अगस्त, 2023 को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने भी पंजाब में नशे की तस्करी और खपत में वृद्धि पर अपनी चिंता व्यक्त की थी। शेरगिल ने कहा कि नशों के प्रसार को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करने की बजाय, आप सरकार के कुशासन के कारण नशे की लत और इसकी तस्करी में वृद्धि हो रही है।
शेरगिल ने बच्चों के नशे की चपेट में आने पर भी गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि 1 फरवरी, 2023 को पंजाब के राज्यपाल ने भी कहा था कि पंजाब के स्कूलों में नशा घुस गया है।राज्यपाल ने यहां तक कहा था कि जब भी वह गांवों में जाते हैं, तो लोग उन्हें कहते हैं कि नशा जनरल स्टोर्स पर करियाने के सामान की तरह उपलब्ध हैं। भाजपा प्रवक्ता ने खुलासा करते हुए कहा कि यह गंभीर चिंता का विषय है और मांग की है कि सरकार को पहल के आधार पर इस समय का हल करना चाहिए।शेरगिल ने अपनी मांग को दोहराते हुए कहा कि आप को पंजाब से नशों को खत्म करने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर एक ‘श्वेत पत्र’ जारी करना चाहिए।