जालंधर : पठानकोट बाइपास के पास धोगड़ी में कुछ दिन पहले बंद पड़ी नेहा टोका फैक्ट्री से भारी मात्रा में रोहित जोशी ने भारी मात्रा में गौमांस पकड़ा था। इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस ने 13 लोगों को काबू किया था। जबकि इस घटना का मुख्य आरोपी फरार चल रहा था। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी इमरान कुरैशी को मेरठ से काबू किया है। पुलिस के पास इमरान कुरैशी ने पूछताछ के दौरान कई बड़े खुलासे किए हैं। इमरान कुरैशी इतना शातिर है कि उसने बंद पड़ी नेहा टोका फैक्ट्री को किराए पर लेने के लिए अपना नाम बदला था। उसने जो फैक्ट्री मालिक के साथ एग्रीमेंट किया था उसमें अपना नाम शिवम राजपूत बताया हुआ है। साथ ही दस्तावेजों को सत्यापित करवाने के लिए फर्जी पहचान पत्र भी लगाए हुए हैं। एग्रीमेंट में जो भी दस्तावेज लगे हैं वह सारे शिवम राजपूत के नाम से हैं। फैक्ट्री मालिक को इसकी भनक तक नहीं लगी कि शातिर गौ हत्यारा हिंदू नहीं बल्कि हिंदू का रूप धारण करके गौमांस की फैक्ट्री चला रहा है।अवैध तरीके से गौ हत्या कर उसका बीफ बना कर अलग-अलग राज्यों में सप्लाई करने के मामले में जालंधर देहात पुलिस अभी तक 17 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन इस केस में मुख्य आरोपी इमरान कुरैशी हाथ नहीं आया था। उस दिन करीब 18 टन पैक्ड बीफ फैक्ट्री में लगाए गए डीप फ्रीजरों में से पकड़ा गया। फैक्ट्री में जो लोग पकड़े गए थे 13 लड़के बांग्लादेशी रोहिंग्या मुसलमान थे ।