जालंधर : भारतीय जनता पार्टी जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष आरती राजपूत ने गणतंत्र दिवस पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा अमर्यादित और अनैतिक शब्दावली इस्तेमाल करने पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।उन्होंने कहा कि राष्ट्र के इतने बड़े अवसर पर प्रदेश के मुखिया द्वारा ऐसी बातें किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगी।उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के दौरान भाषण देते समय अपनी धर्मपत्नी की 7 महीने की गर्भवती होने की बात कही और इस के साथ-साथ उन्होंने यह बोला कि मैंने अभी तक टेस्ट नहीं करवाया कि लड़का है या लड़की।ऐसे बोल बोलकर उन्होंने कानूनी अपराध किया है क्योंकि भारत में भ्रूण जांच करना कानूनी अपराध है।उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम पूरे प्रदेश के लोगों के लिए रोल मॉडल होता है और अपनी निजी जिंदगी के बारे में चर्चा करके वो क्या साबित करना चाहते है।उन्होंने इसके लिए उन पर तुरंत प्रभाव से कड़ी कारवाई की मांग की है क्योंकि ऐसे भाषणों से आम जनता सीधे रूप से गलत रास्ते पर जाने को मजबूर होगी और वो भी कानून तोड़ कर ऐसा कुछ सोचने की कोशिश करेगी।उन्होंने कहा कि भगवंत मान ने अपने पद की गरिमा का भी जानबूझकर मजाक बनाया है जिसके लिए उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।उन्होंने कहा कि भारत में गर्भधारण पूर्व और प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम,1994 के तहत गर्भाधारण पूर्व या बाद लिंग चयन और जन्म से पहले लिंग परीक्षण करना गुनाह है।उन्होंने कहा कि कानून में भ्रूण परीक्षण के लिए सहयोग देना व विज्ञापन करना कानूनी अपराध माना गया है और इसके तहत 3 से 5 साल तक की जेल व 10 हजार से 1 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।