जालंधर : पिछले दिनों पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी की बीजेपी की पंजाब इकाई ने कड़ी निंदा की है, इस मुद्दे को लेकर भाजपा के प्रदेश महासचिव अनिल सरीन द्वारा जालंधर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान को घेरा और इसे बेहद निंदनीय बताया । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कल विधानसभा में जो घटिया शब्द कहे हैं, वह मुख्यमंत्री की कुर्सी को बिल्कुल भी शोभा नहीं देते। उन्होंने कहा कि सीएम भगवंत मान ने इन दिनों गली-गांव के ‘नेता’ की तरह तू-तड़ाक की भाषा पर उतर आए है। वे पूरी तरह से भूल गए हैं कि वे कॉमेडी सर्कस नहीं बल्कि सरकार चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के पास देश भर में सबसे ज्यादा सांसद, विधायक, पार्षद, सरपंच, ब्लॉक समिति सदस्य और कार्यकर्ता हों, जिस पार्टी के पास सबसे बड़ा खजाना देश की जनता का वोट बैंक हो, जो पार्टी पिछले 2 बार से लगातार देश की बागडोर संभाल रही हैं और अब तीसरी बार फिर से जीतने जा रही हैं, ऐसे में एक राज्य के मुख्यमंत्री का उस पार्टी के बारे में इस तरह की निम्नस्तरीय भाषा का इस्तेमाल करना बेहद शर्मनाक है।इसके अलावा उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान की केंद्र की भाजपा सरकार पर पंजाब से पक्षपात करने के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उनके ये आरोप न सिर्फ हास्यास्पद हैं बल्कि बेबुनियाद भी हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने हमेशा पंजाब की प्रगति और समृद्धि के लिए फंड की कोई कमी नहीं आने दी है। इसके साथ ही अनिल सरीन ने मुख्यमंत्री भगवंत मान पर केंद्र सरकार से मिले फंड का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया और सवाल किया कि उन्हें बताना चाहिए कि बाढ़ पीड़ितों की राहत के लिए केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए फंड का इस्तेमाल कहां किया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने वादा किया था कि नष्ट हुई फसलों के साथ-साथ मकान, मुर्गी, बकरी आदि का भी मुआवजा दिया जायेगा। उन्हें इस वायदे को कयों पूरा नहीं किया जिससे आखिर पंजाब के किसानों को अपना हक पाने के लिए बर्फीली रातों में चंडीगढ़ की सड़कों पर क्यों उतरना पड़ा?इस अवसर पर अनिल सरीन ने मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री भगवंत मान को बताया कि केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा हर व्यक्ति को आवास उपलब्ध कराने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए अब तक कुल 500 करोड़ रुपये की राशि जारी की जा चुकी है। जिस पर करोड़ों रुपए से अधिक की राशि खर्च की गई है। उन्होंने कहा कि 36813 आवासों के लक्ष्य में से 29301 आवासों का निर्माण किया जा चुका है। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान को याद दिलाया कि केंद्र की भाजपा सरकार ने पंजाब में आर्थिक स्तर को बढ़ावा देने के लिए जनवरी 2022 में 42,750 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों की संख्या जो 2014 में 1700 किमी थी, उसे केंद्र की भाजपा सरकार ने 2021 में बढ़ाकर 4100 किमी कर दिया है।उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान केंद्र सरकार ने दो महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों और एक रेल कोच फैक्ट्री का पुनर्विकास करके राज्य के रेलवे बुनियादी ढांचे को उन्नत करने के लिए 1,557.97 करोड़ रुपये का फंड उपलब्ध कराया है। इसके बाद उन्होंने कहा कि कृषि तत्वों से भरपूर पंजाब की उपजाऊ भूमि को अमृतसर में औद्योगिक गलियारा बनाकर औद्योगिक विकास का अवसर भी प्रदान किया गया है, यह भी केंद्र सरकार की ही देन है।तो अंततः अनिल सरीन ने केंद्र सरकार की उपरोक्त उपलब्धियों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान को फटकार लगाई और कहा कि वे बेतुके बयान देने से बचें और राज्य की जनता से किए गए वादों को पूरा करने पर ध्यान दें।इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोरंजन कालिया, पूर्व कैबिनेट मंत्री तिक्षण सूद, बीजेपी पंजाब प्रदेश के महामंत्री एवं जोनल प्रभारी जगमोहन सिंह राजू, भाजपा पंजाब प्रदेश के महामंत्री एवं जालंधर के पूर्व मेयर राकेश राठौर, पूर्व संसदीय सचिव एवं प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्णदेव भंडारी, पूर्व संसदीय सचिव अविनाश चंद्र, भाजपा जिला जालंधर के अध्यक्ष सुशील शर्मा, सरबजीत सिंह मक्कड़, इंद्र इकबाल सिंह अटवाल, अरुणेश शाकर पूर्व प्रदेश सचिव अनिल सच्चर, पूर्व जिला अध्यक्ष रमन पब्बी, जिला महामंत्री अशोक सरीन हिकी, राजेश कपूर, अमरजीत सिंह गोल्डी, राजीव ढींगरा, अमित भाटिया उपस्थित थे।