जालंधर : आगामी लोकसभा मतदान-2024 को पारदर्शी, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपूर्ण कराने को यकीनी बनाने के मद्देनजऱ पंजाब पुलिस के विशेष डायरैक्टर जनरल, कानून और व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने गुरूवार को सीमा सुरक्षा बल से रणनीति तैयार की जिससे सुरक्षा की दूसरी कतार को और मज़बूत किया जा सके और सीमा-पार से नशों की स्पलाई को पूरी तरह रोका जा सके।स्पैशल डीजीपी से आई. जी. फ्रंटियर हैडक्वाटर, बी. एस. एफ. जालंधर डा: अतुल फुलज़ेले ने सीमा पर सुरक्षा प्रबंधों का जायज़ा लेने के लिए और आगामी लोकसभा मतदान-2024 से सम्बन्धित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए पंजाब पुलिस, बीएसएफ, सी आर पी एफ, आईटीबीपी, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ( एनसीबी) और ओर केंद्रीय एजेंसियों के सीनियर आधिकारियों के साथ एक संयुक्त तालमेल मीटिंग की। मीटिंग में ज़ोनल डायरैक्टर एन. सी. बी., एडीजीपी स्टेट आम्र्ड पुलिस ( एस. ए. पी.) एम. एफ. फारूकी, डी.आई.जी बार्डर रेंज राकेश कौशल और डी आई जी फिऱोज़पुर रेंज रणजीत सिंह ढिल्लों भी उपस्थित थे।बीएसएफ और पंजाब पुलिस के बीच और अधिक तालमेल और एकजुटता का न्योता देते हुए, स्पैशल डीजीपी अर्पित शुक्ला ने राज्य में पारदर्शी और निष्पक्ष मतदान को यकीनी बनाने के लिए दोनों फोर्सो को एक टीम के तौर पर काम करने के लिए कहा।उन्होंने कहा कि सुरक्षा की अग्रिम कतार में तैनात होने के कारण बीएसएफ को आतंकवादियों, दहशतगर्दों/तस्करों की तरफ से तस्करी और घुसपैठ की कोशिशों को रोकने के लिए और अधिक सतर्क और सक्रिय रहने की ज़रूरत है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रात की गश्त पर तैनात पुलिस कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के भी हुक्म दिए।
स्पैशल डीजीपी ने बीएसएफ को पंजाब की सीमा पर ड्रोन ऑपरेशनों, जो सीमा-पार नशों की तस्करी के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं, का मुकाबला करन के लिए ड्रोन डीटैकशन प्रौद्यौगिकी का प्रयोग करने की सलाह दी। उन्होंने सरहदी जिलों के सभी एसएसपीज़ को भी निर्देश दिए कि वह ग्रामीण स्तरीय सुरक्षा समिति ( वीएलडीसी) के सदस्यों के साथ नियमित मीटिंग करने और फील्ड स्टाफ और वीएलडीसी सदस्यों को ड्रोनें की यातायात पर सख़्त नजऱ रखने के लिए जागरूक करें।
जानकारी अनुसार 2023 में अंतराष्ट्रीय सीमा पर 325 ड्रोन देखे गए, जिनमें से 118 ड्रोन सफलतापूर्वक मार गिराए गए। इसी तरह 2024 में अब तक 26 ड्रोन मार गिराये जा चुके हैं।आगामी लोग सभा मतदान के लिए सुरक्षा प्रबंधों संबंधी विस्तृत जानाकरी देते हुए स्पैशल डीजीपी अर्पित शुक्ला ने कहा कि सूबे भर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और पंजाब पुलिस ने मतदान दौरान तैनाती के लिए 75 प्रतिशत जि़ला पुलिस और 50 प्रतिशत अन्य ईकाइयों से पुलिस बल तैनात किये है।उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस ने शराब और नशों की तस्करी को रोकने के लिए सूबे के 10 सीमावर्ती जिलों के सभी सीलिंग प्वाईंटों पर पहले ही तालमेल करके सख्त अंतरराज्यीय नाके लगाए हैं। 10 अंतरराज्यीय सरहदी जिलों में पठानकोट, श्री मुक्तसर साहिब, फाजिल्का, रोपड़, एसएएस नगर, पटियाला, संगरूर, मानसा, होशियारपुर और बठिंडा शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि सूबे के संवेदनशील जिलों में केंद्रीय हथियारबंद पुलिस बलों ( सीआरपीएफ) की 25 कंपनियां तैनात की गई हैं जिससे नागरिकों में पुलिस बल का विश्वास पैदा किया जा सके और राज्य में संवेदनशील एवं अति- संवेदनशील क्षेत्रों में नियंत्रण बनाया जा सके। 25 कंपनियों में केंद्रीय रिज़र्वड पुलिस बलों ( सी.आर.पी.एफ) की पांच कंपनियां, सीमा सुरक्षा बल ( बीएसएफ) की 15 कंपनियां और इंडो- तिब्बत बार्डर पुलिस (आईटीबीपी) की 5 कंपनियां शामिल है