जालंधर : मानसून सीजन से पहले बाढ़ के खतरे को कम करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने आज सतलुज नदी के निकट बाढ़ कंट्रोल कार्यों की समीक्षा की।उन्होंने सतलुज नदी से मिट्टी हटाने के काम का भी निरीक्षण किया। बता दें कि शाहकोट और नकोदर सब डिवीजन के हाई रिस्क एरिया को बाढ़ से बचाने के लिए नदी से मिट्टी हटाने का काम बड़े पैमाने पर किया जा रहा है।डा.अग्रवाल ने कहा कि प्रशासन ने जलमार्गों की सफाई के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है।डिप्टी कमिश्नर ने इस कार्य को जल्द पूरा करने की तत्काल आवश्यकता पर जोर देते हुए अधिकारियों को भारी बारिश शुरू होने से पहले योजना को पूरा करने के लिए मिट्टी की खुदाई के काम में तेजी लाने का निर्देश दिया।डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि इस स्थान पर जल प्रवाह की क्षमता बढ़ाने के लिए नदी के प्रवाह से मिट्टी हटाना बहुत जरूरी है, जिससे जल प्रवाह सुचारू होगा।उन्होंने आश्वासन दिया कि इस पहल से बाढ़ का खतरा काफी हद तक कम हो जाएगा और क्षेत्र के लोगों को जान-माल के नुकसान से बचाया जा सकेगा।डा.अग्रवाल ने बाढ़ की रोकथाम के लिए जालंधर प्रशासन की वचनबद्धता दोहराते हुए अग्रवाल ने कहा कि बाढ़ सुरक्षा के उपाय युद्ध स्तर पर किए गए हैं। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि संभावित बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है।