जालंधर ( एस के वर्मा ): अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) वरिंदरपाल सिंह बाजवा ने मंगलवार को जिला पर्यावरण योजना अधीन जिले में विभिन्न पर्यावरणीय गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा की और राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल की निगरान समिति की 4 जुलाई की बैठक के निर्णयों की अलग-अलग भागीदार विभाग की तरफ़ से पालना का जायज़ा लिया । स्थानीय जिला प्रशासकीय परिसर में जिला पर्यावरण समिति की बैठक के दौरान अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने अधिकारियों को जिला पर्यावरण योजना के अनुसार निर्धारित लक्ष्यों को समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि जिले में प्रदूषण को रोकने के लिए चल रही विभिन्न योजनाओं को समय पूरा किया जाए और यदि कोई समस्या आती है, तो इसे विभाग के साथ-साथ जिले के उच्च अधिकारियों के ध्यान में लाया जाए ,ताकि उचित तालमेल के साथ इसका तत्काल समाधान किया जा सके। इस दौरान अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने ठोस वेस्ट प्रबंधन योजनाओं, बायो मेडिकल वेस्ट प्रबंधन, प्लास्टिक वेस्ट प्रबंधन, ई-वेस्ट प्रबंधन, वर्षा जल संचयन, औद्योगिक वेस्ट प्रबंधन, सीवरेज उपचार संयंत्र, वृक्षारोपण आदि की प्रगति की समीक्षा की। बैठक के दौरान ट्रीटेड सीवेज वाटर के उपयोग, ध्वनि प्रदूषण से जुड़े मुद्दों की भी समीक्षा की गई। अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने जिले को स्वच्छ, हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त बनाने की आवश्यकता पर बल देते हुए सभी भाग लेने वाले विभागों को जिले के लोगों को स्वच्छ वातावरण प्रदान करने के लिए अपना योगदान देने को कहा।उन्होंने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल और राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का सख़्ती से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। इस मौके पर नगर निगम जालंधर की ज्वाइट कमिश्नर शिखा भगत, पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एक्सियन कुलदीप सिंह, एसडीओ जितेंद्र सोनी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।