राज्य सरकार ने परिवहन विभाग के कच्चे कर्मचारियों की मांगों को एक माह के अंदर हल करने का दिया था आश्वासन : रेशम सिंह गिल

by Sandeep Verma
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जालन्धर ( एस के वर्मा / एम के शर्मा ): पंजाब रोडवेज पनबस/पीआरटीसी संविदा कर्मचारी संघ ने प्रेस नोट जारी करते हुए संस्थापक कमल कुमार, प्रदेश अध्यक्ष रेशम सिंह गिल, सी उपाध्यक्ष हरकेश कुमार विक्की, संयुक्त सचिव जगतार सिंह ने कहा कि पंजाब आम आदमी पार्टी की सरकार मा. विजय कुमार जांजुआ ने  19-दिसंबर को कार्यकर्ताओं के साथ हुई बैठक में मुख्य सचिव पंजाब के साथ बैठक में तय की गई मांग को पूरा नहीं कर रहे हैं, जिसमें कच्चे कर्मचारियों को सुरक्षित करने के लिए नीति बनाने की बात कही गई है.
बर्खास्त कर्मचारियों को बहाल करने के लिए, कम वेतन वाले कर्मचारियों के वेतन वृद्धि को लागू करने के लिए, रिपोर्ट की शर्त के साथ कर्मचारियों को बहाल करने के लिए, शर्तों को संशोधित करने के लिए और किसी भी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकाला जाना चाहिए केवल उचित सजा दी जाए, 5% वेतन वृद्धि ही मुख्य सचिव ने विभाग को अवैध भर्ती के दिए गए साक्ष्य पर एक माह में अमल करने व एक माह के भीतर कार्रवाई करने को कहा और बटाला डिपो के कंडक्टर से दोबारा जांच कराने के भी आदेश दिए, लेकिन आज एक माह बीत गया. मांगों के बावजूद परिवहन विभाग के कच्चे कर्मचारी अभी भी डटे हुए हैं और विभाग द्वारा किसी भी मांग का समाधान नहीं किया गया है, इसके विपरीत श्रमिकों को परेशान किया जा रहा है और श्रमिकों पर दबाव बनाया जा रहा है कि वे आगे कोई संघर्ष न करें या इस संबंध में कोई नोटिस न भेजें। मांगों को लेकर पत्र जारी किये जा रहे हैं जिससे पता चलता है कि कोई भी सरकार या विभागीय अधिकारी कच्चे परिवहन कर्मचारियों की मांगों का समाधान नहीं करना चाहता है और विभागीय अधिकारी संघ को संघर्ष के लिए मजबूर कर रहे हैं.इस मौके पर महासचिव शमशेर सिंह ढिल्लों, सी उपाध्यक्ष बलविंदर सिंह, बलजीत सिंह, कुलवंत सिंह, संयुक्त सचिव जालोर सिंह, जोध सिंह, कैशियर बलजिंदर सिंह, रमनदीप सिंह, सतविंदर सिंह, राजकुमार, प्रदीप कुमार, दलजीत सिंह, जतिंदर सिंह आदि नेताओं ने कहा कि मन्ना मंगा को लागू न करके और कार्यकर्ताओं को परेशान करके नौकरशाही सरकार को बदनाम करना चाहती है, इसलिए यूनियन को हस्तक्षेप करना चाहिए और मुख्यमंत्री पंजाब और मुख्य सचिव पंजाब द्वारा मन्ना मांगों को लागू करना चाहिए।इस संबंध में यूनियन बार-बार सरकार से संपर्क स्थापित करने की कोशिश कर रही है, लेकिन कोई समाधान या जवाब नहीं मिल रहा है, जिसके चलते मजदूरों के विरोध और सरकार के अड़ियल रवैये को देखते हुए पंजाब रोडवे पनबस/पीआरटीसी के ठेके को बंद कर दिया गया है. पंजाब की मजदूर यूनियन 29-01-23 को लुधियाना में गम्भीरता से विचार करने के बाद मीटिंग बुलायेगी और अगले संघरों की घोषणा करेगी।

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