जालंधर : शहर के महानगर की गलियों-बाजारों में कूड़े के ढेरों पर चाइना डोर के टुकड़े दिख रहे हैं यानी यह चाइना डोर पूरे शहर के महानगर में बड़ी आसानी से विक भी रही है। आप को बता दें कि यह चाइना डोर मिलती सिर्फ उसी को है, जिसकी दुकान के मालिक के साथ पुरानी जान-पहचान है। इसके बिना माल देने से साफ मना कर देते हैं। जब हमारे तरफ से कुछ पत्रकारों ने टीम बना कर गाहक बनकर दुकानदारों से चाइना डोर मांगी तो कई न करते भी थे। जालंधर में दुकानों पर डायरेक्ट माल सप्लाई होता है। सख्ती है, इसलिए माल बंदा देखकर ही दिया जाता है। इसके बाद बोला- हर साल इसी तरह बैन लगता है। इसलिए स्टॉक पहले ही आ जाता है और गुपचुप तरीके से आसपास की दुकानों को साथ मिलकर चाइना डोर को आसानी से निकाल भी दिया जाता है। जिक्रयोग है कि चाइना डोर परिदों के लिए ही नहीं, इंसानों के लिए भी जानलेवा साबित हो रही है, लेकिन सिर्फ 300,400,500 रुपए मार्जिन के लिए लोग मौत बेच रहे हैं। आप को बता दें कि सिटी में इमाम नासिर के पास, बर्तन बाजार के नजदीक, किशनपुरा, खिंगरा गेट, पंज पीर बाजार,अटारी बाजार,किला मोहल्ला,काजी मंडी, बस्ती गुजां, बस्ती शेख, गोपाल नगर, गढ़ा के अलावा देहाती इलाकों के दुकानदार सिंथेटिक डोर खरीदकर ले गए हैं। बड़ी बात यह है लेकिन दुकानदार ने चाइना डोर बेचने के लिए आसपास के दुकानों के करिंदे इलाका के बच्चे इस डोर को अपनी गली के आसपास खड़े हो कर चाइना डोर का गट्टू बड़ी आसानी से बेच रहे हैं और लोग खरीद भी रहे हैं। बड़ी बात है कि डोर की होम डिलीवरी तक हो रही है। आसमान चाइनीज डोर से भरा है आप को बता दें कि दुकानदार गट्टू के ऊपर लगा रैपर उतारकर इसे पक्का धागा कहकर बेच रहे हैं।







