जालंधर: हिन्दू नववर्ष 30 मार्च 2025 को शुरू होगा। हिंदू नववर्ष 2025 के राजा सूर्य हैं। ऐसा माना जाता है कि जिस दिन से हिंदू नववर्ष शुरू होता है, तो उस दिन के स्वामी को राजा माना जाता है और हिंदू नववर्ष 2025 के मंत्री भी सूर्य हैं। इस बारे में ज्योतिषाचार्य आशु मल्होत्रा ने बताया कि इस बार हिंदू नववर्ष विक्रम संवत 2082 होगा। 14 जनवरी को मकर संक्रांति से सूर्य मकर राशि में प्रवेश कर चुके हैं जो कि शनि की पकड़ में आ चुके है और सूर्य 12 अप्रैल तक शनि और राहु से होकर गुजरेंगे ज्योतिषाचार्य आशु मल्होत्रा ने बताया कि 2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च 2025 को लगेगा।सूर्य शनि और राहु से पीड़ित होकर 30मार्च को सवंत 2082के राजा बनेंगे और 13अप्रैल 2025के मंत्री भी बनेंगे लेकिन यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। यह आंशिक सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और शाम 6 बजकर 13 मिनट पर खत्म होगा। हालांकि भारत में दिखाई नहीं देगा। इस ग्रहण को यूरोप, एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका और अटलांटिक व आर्कटिक महासागर के हिस्सों में देखा जा सकेगा। हिन्दू नवसंवत्सर के बारे में ज्योतिषाचार्य आशु मल्होत्रा ने बताया कि सूर्य के राजा और मंत्री होने के कारण इस बार गर्मी का प्रकोप पिछले सालों की तुलना में बहुत ज्यादा होगा। सूर्य राजा हैं इसलिए पृथ्वी पर उनकी किरणों का प्रभाव अत्यधिक गर्मी करेगा। इस कारण जनता को इस बार अत्यधिक गर्मी से त्रस्त होना पड़ेगा। 12 अप्रैल तक शनि ही मंत्री रहेंगे और पूर्ण विश्व में बहुत घटनाएं घटित होंगे जोकि सारी दुनिया का ध्यान खींचेंगी। इसके अलावा जो लोग धर्म के नाम पर लोलुपता यानि लालच अधिक दिखाते हैं उनका भंडाफोड़ होगा और कुछ सत्ताधारियों की पोल भी खुलेगी। हां यह अवश्य है कि इस साल धर्म की स्थापना बड़ी मजबूती से होगी जिसकी शुरुआत प्रयागराज में महांकुभ से हो चुकी है।







