जालंधर ( एस के वर्मा ): शिक्षा विभाग की नई पहल के अधीन शनिवार को जालंधर जिले और राज्य के अन्य हिस्सों में ‘अभिभावक-शिक्षक’ मिलनी आयोजित की गई। माता-पिता द्वारा मिलनी का स्वागत किया गया, जहाँ उन्हें अपने बच्चों के प्रदर्शन के साथ-साथ सरकारी स्कूलों में आयोजित शैक्षणिक और सह-पाठयक्रम गतिविधियों के बारे में जानकारी मिली। मिलनी वाले स्थानों पर वोकेशनल छात्रों द्वारा फैशन डिजाइनिंग, कला एवं शिल्पकारी सहित विभिन्न स्टाल लगाए गए। इसके अलावा स्टूडेंट्स और पेरेंट्स के लिए सैल्फी कार्नर भी लगाए गए थे। डिप्टी कमिश्नर जसप्रीत सिंह ने स्थानीय सरकारी सीनियर सकैंडरी स्कूल, नेहरू गार्डन का दौरा करते हुए छात्राओं के माता-पिता से भी बातचीत की। डिप्टी कमिश्नर ने नेहरू गार्डन स्कूल का दौरा करते हुए उपस्थित अभिभावकों के साथ बातचीत की और कहा कि यह पहल शैक्षणिक प्रगति के लिए मौजूदा शिक्षण सुविधाओं और सह-शैक्षिक सहयोग और अन्य पहलुओं के विकास के विशलेषण के लिए की गई है। उन्होंने मौजूदा प्रणाली को और अधिक कुशल बनाने के लिए माता-पिता के साथ-साथ छात्रों से भी बहुमूल्य सुझाव मांगे।कुछ अभिभावकों के सवालों का जवाब देते हुए डिप्टी कमिश्नर ने आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन जहां भी जरूरत होगी, आवश्यक सुधार करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा ताकि छात्रों का विकास सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने परिसर में स्कूली छात्रों द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टालों का भी दौरा किया।।इससे पूर्व उप जिला शिक्षा अधिकारी राजीव जोशी और स्कूल प्रिंसीपल गुरिंदरजीत कौर ने डिप्टी कमिश्नर के स्कूल पहुंचने पर उनका स्वागत किया। बता दे कि ये अभिभावक-शिक्षक मीटिंग कुल 1379 विद्यालयों में आयोजित की गई, जिनमें 160 सरकारी सीनियर सकैंडरी, 125 सरकारी हाई स्कूल, 154 सरकारी मिडल स्कूल तथा 940 सरकारी प्राईमरी स्कूल शामिल है।







