जालंधर : बस्तीयात क्षेत्र में राजनीति का मुकाम इतना गिर गया है कि श्मशानघाट में होने वाले निर्माण में भी छुटभैये नेता हाथ पांव मारते दिख रहे हैं। क्रैडिट की इस होड़ में पिसते हैं ठेकेदार और लेबर। दरअसल बस्ती गुजां में दिसंबर २०२१ में करीब 18 लाख के एक विकास कार्य का नींव पत्थर पूर्व विधायक सुशील रिंकू के समय में रखा गया थी। नींव पत्थर पर पूर्व सीएम चरणजीत चन्नी का नाम था। तब पार्षद पति कुलदीप मिंटू, कांग्रेस नेता नवदीप जरेवाल भी उनके साथ थे। अब इस विकास कार्य को जब अमलीजामा पहनाया गया तो एक छुटभैये नेता ने इसमें हस्तक्षेप करते हुए इसे राजनीतिक रंग दे दिया। इस दौरान ठेकेदार को एक नेता जी का फोन आया और रौब से डरकर ठेकेदार ने काम रोक दिया। अब समस्या यह है कि कम से कम लोग श्मशानघाट को तो राजनीति से वंचित रखा जाए। इस बारे में कांग्रेस नेता नवदीप जरेवाल का कहना है कि हमें किसी क्रैडिट की जरूरत नहीं लेकिन जो काम चन्नी सरकार के समय में मंजूर हुए हैं या चल रहे हैं उनमें अड़ंगा तो मत डालो। अब जब श्मशानघाट से जुड़ा काम दिसंबर २०२१ का है तो अब उसमें अब व्यवधान डालने की जरूरत नहीं। इसलिए ऐसी ओछी राजनीति को रोकना होगा। वहीं बस्तीयात क्षेत्र में चर्चा इस बात की है कि इस विकास कार्य में किसी गौशाला से जुड़े छुटभैये नेता ने अड़ंगा डाला है।







