जालंधर: पंजाब सरकार द्वारा शुरू किए गए ‘ युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान के तहत कमिश्नरेट पुलिस द्वारा जालंधर को नशा मुक्त शहर बनाने के उद्देश्य से ‘संपर्क’ अभियान के तहत एक प्रोग्राम करवाया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एडीजीपी तकनीकी सेवाएं राम सिंह ने कहा कि पुलिस नशे की मांग और सप्लाई को रोकने के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा प्रवर्तन के साथ-साथ जागरूकता गतिविधियां भी संचालित की जा रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि ‘संपर्क’ बैठकें जालंधर को पूर्ण रूप से नशा मुक्त शहर बनाने में सहायक सिद्ध होंगी। इस अवसर पर उन्होंने शहरवासियों से नशे के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय रूप से भाग लेने का आह्वान करते हुए कहा कि नशे जैसी गंभीर समस्या को सामूहिक प्रयासों से ही खत्म किया जा सकता है।स्थानीय विक्टोरिया गार्डन में ‘संपर्क’ के तहत आयोजित इस विशेष बैठक में पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर, डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल, संयुक्त पुलिस कमिश्नर संदीप शर्मा सहित अन्य पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे।पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे के जाल में फंसने से बचाना है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और यह लड़ाई सामूहिक संकल्प और संयुक्त प्रयासों से ही जीती जा सकती है। उन्होंने शहर निवासियों से अपील की कि वे नशे के खिलाफ जंग में सक्रिय रूप से भाग लें तथा नशे से संबंधित किसी भी गतिविधि की सूचना पंजाब सरकार द्वारा जारी व्हाट्सएप नंबर 9779100200 पर देने की अपील की।
डिप्टी कमिश्नर डा.हिमांशु अग्रवाल ने अपने संबोधन के दौरान मानसिक और शारीरिक फिटनेस को बढ़ावा देने में खेलों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। युवाओं को नशे से दूर रखने में खेलों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने युवाओं को खेल और फिटनेस को अपने जीवन का नियमित हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित किया।इंटरैक्टिव सत्र के दौरान, विभिन्न व्यक्तियों ने नशे के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत करने के लिए अपने बहुमूल्य सुझाव सांझा किए। कई प्रतिभागियों ने पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस के प्रयत्नों की सराहना करते ‘युद्ध नशे के विरुद्ध ’ पहल की प्रशंसा की। पुलिस कमिश्नर ने उपस्थित लोगों को आश्वासन दिया कि उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों के समुचित समाधान के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी।
इस दौरान लोगों को नशे के दुरुपयोग और इसके दूरगामी परिणामों के बारे में जागरूक करने के लिए नाटक, चर्चा और जागरूकता गतिविधियों जैसी विभिन्न गतिविधियां भी आयोजित की गई। उपस्थित लोगों को वरिष्ठ अधिकारियों से सीधे बातचीत करने का भी अवसर मिला।इस कार्यक्रम में विभिन्न संघों और संगठनों के प्रतिनिधियों सहित 200 से अधिक लोगों की सक्रिय भागीदारी रही।







