
जालंधर : डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने पुलिस विभाग को निर्देश दिए है कि जिले भर में ब्लैक स्पॉट की पहचान की जाए, जहां अक्सर सड़क दुर्घटनाएं होती है, और एक विस्तृत सूची तैयार करें। जिला सड़क सुरक्षा समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं वाले स्थानों की पहचान करना और निर्धारित मानकों के अनुसार तुरंत उनकी मुरम्मत करना कीमती जीवन को बचाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।उन्होंने लोक निर्माण और ट्रांसपोर्ट विभाग के अधिकारियों को पुलिस विभाग से सूची प्राप्त करने के बाद संयुक्त रूप से ब्लैक स्पॉट का दौरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के बाद बुनियादी ढांचे में आवश्यक संरचनात्मक परिवर्तन और सुधार प्रस्तावित किए जाए।डिप्टी कमिश्नर ने खतरनाक सड़क दुर्घटनाओं, विशेष रूप से इंजीनियरिंग की गलती के कारण होने वाली दुर्घटनाओं की विस्तृत रिपोर्टिंग और विश्लेषण की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जहां भी इंजीनियरिंग त्रुटियों के कारण सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, उनके खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्थायी समाधान के लिए दुर्घटनाओं के वास्तविक कारणों को समझना बहुत जरूरी है, जिसमें इंजीनियरिंग संबंधी कोई त्रुटि भी शामिल है। उन्होंने यह भी कहा कि व्यस्त सड़कों, विशेषकर राजमार्गों पर अपनी सुविधा के लिए कट बनाकर लोगों की जान जोखिम में डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए कि समिति की अगली बैठक से पहले सूची तैयार कर निरीक्षण पूरा कर लिया जाए। उन्होंने जिले भर में ऐसे हॉट स्पॉट की सूची भी मांगी, जहां अक्सर वाहन फंस जाते है। एक अन्य निर्देश देते हुए डिप्टी कमिश्नर ने अधिकारियों को किशनगढ़ चौक पर ट्रैफिक लाइट लगाने का प्रस्ताव तैयार करने को कहा, ताकि यातायात को सुचारू रूप से चलाया जा सके। उन्होंने सुरक्षित स्कूल वाहन नीति, भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पार्किंग की उपलब्धता और शराब पीकर वाहन चलाने वालों के चालान की प्रगति की भी समीक्षा की।डा.अग्रवाल ने कहा कि जिला प्रशासन सड़क सुरक्षा ढांचे को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सभी विभागों को बेहतर समन्वय के साथ काम करने का आह्वान भी किया। इस दौरान अन्य के अलावा आर.टी.ओ. अमनपाल सिंह, एस.डी.एम विवेक मोदी, शुभी आंगरा और पुलिस विभाग व एन.एच.ए.आई. के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।







