

जालंधर : श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व को समर्पित जालंधर शहर में 1 नवंबर को सजाए जा रहे नगर कीर्तन और प्रकाश पर्व संबंधी तैयारियों तथा प्रबंधों का जायजा लेते हुए डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
आज यहां जिला प्रशासकीय कॉम्प्लेक्स में सिंह सभाओं, सेवा सोसाइटियों और गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों के प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग के दौरान डिप्टी कमिश्नर ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध और सुचारू ट्रैफिक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को लोगों की सुविधा के लिए रूट प्लान भी तैयार करने को कहा।मीटिंग के दौरान डा. अग्रवाल ने नगर निगम के अधिकारियों को नगर कीर्तन के पूरे रूट पर साफ-सफाई, प्रमुख स्थानों और चौकों की सजावट सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कहा कि नगर कीर्तन के रूट का दौरा किया जाए और अगर कहीं सड़क की मरम्मत, स्ट्रीट लाइटें, बिजली की निचली तारों को ऊंचा करने समेत किसी अन्य प्रकार की व्यवस्था की जरूरत है, तो तुरंत कार्रवाई की जाए। इसके अलावा उन्होंने जरूरी मैडिकल टीमें, पीने का पानी, अस्थायी शौचालय, फायर ब्रिगेड, निर्विघ्न बिजली आपूर्ति समेत अन्य आवश्यक प्रबंध समय पर सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
डिप्टी कमिश्नर ने भरोसा दिलाया कि जिला प्रशासन की ओर से प्रबंधों के मामले में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सौंपी गई जिम्मेदारी पूरी लगन और आपसी तालमेल से निभाई जाए। उन्होंने कहा कि इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
नगर कीर्तन का रूट : विभिन्न सिंह सभाओं और प्रबंधक कमेटी के प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन को बताया कि नगर कीर्तन 1 नवंबर को सुबह 10 बजे गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा मुहल्ला गोबिंदगढ़ से शुरू होगा और एस.डी. कॉलेज, भारत सोडा वाटर, मंडी फेंटनगंज, गुरुद्वारा दीवान अस्थान, मिलाप चौक, फगवाड़ा गेट, भगत सिंह चौक, पंज पीर, खिंगरा गेट, गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा चौक, अड्डा हुशियारपुर, माई हीरा गेट, पटेल चौक, बस्ती अड्डा जी.टी. रोड, भगवान वाल्मीकि चौक, रैनक बाजार से होता हुआ गुरुद्वारा दीवान अस्थान सेंट्रल टाउन में संपन्न होगा।
मीटिंग में ए.डी.सी.पी. ट्रैफिक गुरबाज सिंह, ज्वाइंट कमिश्नर नगर निगम जालंधर मनदीप कौर, एस.डी.एम. रणदीप सिंह हीर और शायरी मल्होत्रा के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी और सिंह सभाओं, सेवा सोसाइटियों तथा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
