

जालंधर : मां वंृदा देवी की आपार कृपा से कोट किशन चंद स्थित सती श्री वंृदा देवी मंदिर में 29 अक्तूबर से 5 नवंबर तक आयोजित होने वाले तुलसी आंवला पूजन महोत्सव का विधिवत शुभारंभ हवन यज्ञ एंव झंडे की रस्म के साथ किया गया।
इस मौके पर विधायक बावा हैनरी, श्री देवी तालाब मंदिर प्रबंधक कमेटी के महासचिव राजेश विज, शिव शंकर मंदिर शिव नगर के चेयरमैन गुरुदत्त शिंगारी, राज कुमार शर्मा, पूर्व पार्षद सतीश धीर, श्रीकंठ जज, राजेश भट्टी, पार्षदपति सलिल बाहरी, पवन मेहता, अश्वनी शर्मा धूप वाले, मंदिर प्रबंधक कमेटी के प्रधान बलराम कपूर, सभापति हरिपाल सोंधी, संयुक्त सचिव व कोषाध्यक्ष महेश कालिया काकू, प्रिंस सोंधी, टीनू सोंधी, शिवतंत्र शर्मा, अनिल सैनी, सुखवीर खन्ना बबलू, रमित दत्ता, सतीश धीर,विनोद सोंधी, संदीप मल्होत्र, लखविंदर सिंह लाली, रजत शर्मा, अनुराग सलवान, रघुराज राज दाना ने विशेष रुप से शामिल होकर आशीर्वाद प्राप्त कर करवाए गए हवन यज्ञ में आहुतिया डाली।
इस वार्षिक मेले में सुबह से लेकर सांय तक सभी आए हुए मां भक्तो ने मां सती वंृदा देवी के समक्ष पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। सभी ने अपने हाथो में मौली लेकर तुलसी व आंवला के समक्ष पूजा अर्चना कर अपने परिवार के सदस्यो की मंगलकामना की। इस मौके पर स्त्नी सत्संग सभा माता वृंदा देवी मंदिर की ज्योति सोंधी, तरु णा शर्मा, रेनू सोंधी, कनिका सोंधी, मोनिका बजाज, भूमिका सोंधी, निहारिका सोंधी, शशि सरीन, वंदना, जनक, उर्मिला बजाज, रक्षा रानी, कमलेश शर्मा, रानी शाह सहित बड़ी संख्या में गणमाण्य लोग शामिल थे। तैयारियो को लेकर जानकारी देते हुए सह कोषाध्यक्ष ललित मित्तल, प्रिंस सोंधी ने बताया कि 29 अक्तूबर से 5 नवंबर तक श्री वंृदा देवी मंदिर (गुफा) कोट किशन चंद में होने वाले तुलसी एंव आंवला पूजन महोत्सव की शुरुआत हो चुकी है। आज 30 अक्तूबर को गोपाष्टमी पर्व, 31 को अक्ष्य नवमी आंवला नवमी, 2 नवंबर को तुलसी विवाह बारात का आगमण दोपहर 12.15 बजे रजनी सैनी एंव अनिल सैनी, दिव्यंजना सैनी, दीवांश सैनी, केतनव सैनी, सैनी परिवार कोट किशन चंद से मंदिर में आएगी। वधु पक्ष से कामना शर्मा, शिवतंत्र शर्मा, सुलेखा शर्मा, हरदीप शर्मा परिवार द्वारा वधु पक्ष की तरफ से स्वागत किया जाएगा। 4 नवंबर को 365 ज्योति प्रज्जवलित होगी तथा 5 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा (कार्तिक स्नान) होगा। दीप प्रवाहित (दीए उतारने) की रस्म के साथ मंदिर में उत्सव की समाप्ति होगी।
