चामुंडा (ममनीत परमार ) : श्री चामुंडा नंदीकेश्वर धाम में अष्टमी के दिन लगभग 16000 श्रद्धालुओं ने माँ चामुंडा के चरणों में शीश नवाया और मुरादे मांगी। मंदिर अधिकारी अपूर्व शर्मा ने बताया कि अष्टमी के लिए मंदिर को बीती रात ताजे फूलों से सजाया गया है रात को मां का पुराना सिंदूर उतार कर नया सिंदूर मां को अर्पित किया गया तथा 108 प्रकार के देसी घी से बने व्यंजनों का भोग मां को अर्पित किया गया। अष्टमी की रात को शास्त्रीय संगीत परिषद द्वारा शास्त्रीय संगीत का आयोजन किया गया। कई श्रद्धालुओं ने सुबह होने वाली आरती में भाग लिया व कंजक पूजन कर अपने नवरात्रों का समापन किया। वहीं 108 प्रकार के व्यंजनों का भोग व सिंदूर श्रद्धालुओं में वितरित किया गया। शारदीय नवरात्रों के दौरान आचार्य बालकृष्ण की अगुवाई में 51 विद्वान पंडितों द्वारा रामायण पाठ, रुद्राभिषेक, शतचंडी, गायत्री पाठ आदि यज्ञशाला में मुख्य यजमान संसार मित्र सहायक यजमान द्वारा पूजा अर्चना की गई। विजयदशमी के दिन 12:00 बजे पूर्णाहुति डाली जाएगी।