जालंधर ( एस के वर्मा ) : जालंधर के शेखां बाजार पतंगों वाली गली, अटारी बाजार, बल्टर्न पार्क के आसपास रिहायशी एरिया कबीर नगर में पटाखा स्टोर किया गया है। अधिकतर पटाखे शहर से बाहर से मंगवाए गए हैं और कुछ पटाखे वो हैं जो पिछले साल बच गए थे। इन सबको बेचने के लिए व्यापारियो ने कमर कस ली है। अब सवाल यह है कि जब सरकार ने ही बल्र्टन पार्क के अलावा कहीं और पटाखे बेचने पर रोक लगा दी है तो फिर तंग बाजारों में पटाखे स्टोर करने का क्या मतलब है अगर कल को कोई चिंगारी पटाखों के गोदाम तक पहुंच गई तो फिर शहर में भारी जानी नुकसान हो सकताा है। इस तरफ प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि ये इतने तंग बाजार हैं कि इनमें फायर ब्रिगेड तक पहुंचने में दिक्कत होती है। वहीं हर साल की तरफ पटाखे बेचने के दौरान जमकर जीएसटी चोरी होने की पूरी संभावना है। हालांकि विभाग तैयार है जीएसटी चोरी रोकने के लिए लेकिन चोरी करने को कई विक्रेता भी तैयार हैं। दरअसल यहां पर अधिकतर पटाख्रा जब बेचा जाता है उसको पर्ची पर बिल बनाकर बेचा जाता है जो कि सीधा सीधा जीएसटी चोरी है। दरअसल कच्चे बिल पर माल बेचना गलत है और यहां पटाखा बेचने वाले थोक व परचून दोनों में कच्ची पर्ची का सहारा लेते हैं। अब या तो पटाखा व्यापारियों की जीएसटी चोरी रोकने के लिए जीएसटी विभाग बल्र्टन पार्क के आसपास नाका लगाए या फिर ऐसा अभियान चला जिसके बाद पटाखा व्यापारी जीएसटी चोरी न
कर पाएं।