जालंधर ( एस के वर्मा ): दीपावली का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। दीपावली के इस पर्व के आने से कुछ दिन पहले तमाम बाजार और मार्केट सज जाती है तो वही पटाखा व्यापारी लाखों करोड़ों का पटाखा मंगवा कर स्टोर कर लेते हैं। लेकिन इन पटाखा व्यापारी शहर वासियों और अपनी जान को जोखिम में डालने से पीछे नहीं हट रहे। इस समय जालंधर शहर बारूद के ढेर पर खड़ा है और कभी भी यहां बड़ा हादसा हो सकता है जिसके लिए प्रशासन और पुलिस विभाग भी जिम्मेदार होगा। जी हां इस बात का खुलासा हमारी टीम द्वारा किए गए स्टिंग से हुआ जब एक पटाखा व्यापारी ने बताया कि अटारी बाजार में मुख्य गुरुद्वारा साहिब के पास कई दुकानदारों ने पटाखा स्टोर कर बेचने के लिए रखा है। पटाखा व्यापारी ने यह भी कहा कि उनकी दुकान में जो छोटे-मोटे पटाखे रखे हैं उनकी रखने की इजाजत भी उनके पास नहीं है और पुलिस विभाग की मिन्नते कर पटाखा रखा है अटारी बाजार में कई दुकानदारों ने पटाखे रखे हैं और उनसे वह पटाखे खरीद सकते हैं।जिसके बाद हमारी टीम ने अटारी बाजार में कई दुकानों में घूम कर पता किया तो मीडिया से सतर्क पटाखा व्यापारियों ने पहले से ही छोटे-मोटे पटाखे छुपा लिए।लेकिन कुछ डिब्बे पड़े थे जिसमे छोटे छोटे पिस्तौल से पटाखे चलाने वाली पिस्तोले पड़ी थी। सूत्रों की माने तो अटारी बाजार की कई इमारतों और दुकानों में पटाखा पहले से ही स्टोर करके रखा जाता है और जब बलटन पार्क में पटाखा मार्केट बनकर त्यार होती हैं,फिर पुलिस विभाग द्वारा पटाखा व्यापारियों को लाइसेंस दिए जाते हैं तो रातों-रात पटाखा अटारी बाजार से निकाला जाता है और बलटन पार्क पहुंचाया जाता है।बातचीत कर पहले तो पटाखा देने के लिए मान गया फिर कहा कि आप 2 दिन बाद बलटन पार्क से ही लेना जब उससे कहां की जरूरी पटाखे चाहिए तो कहा अटारी बाजार में मुख्य गुरुद्वारा साहिब से थोड़ा आगे 10 से 15 दुकानदारों ने छोटे-छोटे पटाखे रख रखे हैं वही आपको बड़े पटाखे उपलब्ध करवा पाएंगे। जब उनसे पटाखा रखने के बारे में पूछा तो उसने कहा कि वह एक भी पटाखा नहीं रख सकते फिर भी पुलिस विभाग की मिन्नतें कर उन्होंने यह छोटे बड़े पटाखे बेचने के लिए रखे हुए हैं। इस बात से साफ हो जाता है कि पुलिस विभाग को पटाखा होने की जानकारी होने के बावजूद भी की पटाखा कहां और कैसे रखा गया है।लेकिन फिर भी पुलिस विभाग एक बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। पटाखा व्यापारी द्वारा कही गई सारी बातें गुप्त कैमरे में रिकॉर्ड कर ली गई लेकिन पटाखा व्यापारी बातों ही बातों में क्या कुछ बोल गया इसके बारे में शायद वह खुद भी नहीं जानता।अब देखना यह होगा कि पुलिस विभाग आंखें बंन्द कर एक बड़े हादसे होने का इंतजार करता है या फिर पटाखा व्यापारियों द्वारा अटारी बाजार में स्टोर किए गए पटाखों को जब्त कर उनपर कड़ी कार्यवाही कर पाता है।