जालंधर : जालंधर में हर बार चुनावी उमीदवारो की तरफ से पत्रकारों को पहले होटल में बैठा कर लंच करवाते हैं और फिर पत्रकारों को हौसला दे खबरें लगाने के लिए बोल देते हैं जब पत्रकार बात करता है तो उससे कहते है कि आप का नाम लिस्ट में भेज दिया गया है पर आप किसी भी पत्रकार को ना बताना “हम नहीं सुधरेंगे” जी हा शायद एक प्रमुख पार्टी के आला नेताओं ने यह कसम खाई हुई है। जो हर बार दिल्ली से भेजे गए मीडिया के रुपयों का गबन कर जाते है बाते तों भ्रष्टाचार खत्म करने कि कहते हैँ, लेकिन उनके खुद के नेतागण मीडिया को प्रचार के लिए भेजे रुपयों को खा जाते है बीते दिनों पी ए पी चौक के पास पार्टी कि ओर से उम्मीदवार के हक्क मे बड़े स्तर पर रैली कि गई जहाँ भी चेहते मीडिया वालों को ले जाया गया, वही मीडिया के हक्क में आया पैसे गबन कर गए हालांकि इस सब कि जिम्मेदारी एक बड़े नेता को दी गई थी, जो तीन बार विधायक पद का चुनाव लड़ चुके है मीडिया को देखने वाले दो कार्यकर्त्ता भी बेबस नज़र आतें नज़र आते है या बेबस होने का नाटक करते है यह तों उनको हीं पता होगा लेकिन मीडिया का यूज कैसे करना है यह बखूबी जानते व् जिम्मेदारी को निभाते है पहले तों खबरों कि झड़ी लगा के मीडिया को प्रकोप करते है, बाद में हाथ खडे कर देते है,यही नहीं अहंकार से भरी पार्टी के नेतागण अपनी जीत पक्की समझते है, लेकिन जमीनि हकीकत में पार्टी के कुछ नाराज नेता धूल चटाने में अंदर खाते लगे हुए है।यदि यह कहाँ जाए कि भ्रष्टाचार के खिलाफ नारा लगाने वाले खुद भ्रष्टाचारी हैँ तों शायद गलत नहीं होगा।