फिल्लौर / जालंधर ( एस के वर्मा ): पंजाब के प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने आज कहा कि राज्य के एनआरआई थानों में प्रवासी भारतीयों को प्राथमिकता देकर उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने एनआरआई पुलिस थानों के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए दो –दो लाख रुपये दिए जा रहे है और इन थानों के लिए हर संभव सहायता सुनिश्चित की जाएगी ताकि न्याय के लिए आने वाले एनआरआई को कोई समस्या न हो। स्थानीय पंजाब पुलिस अकादमी में एनआरआई विंग द्वारा आयोजित एक दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एनआरआई मामलों के मंत्री ने अधिकारियों/कर्मचारियों को एनआरआई को थानों में आने की समस्या का जल्द से जल्द समाधान करने के निर्देश दिए ताकि एनआरआई को तत्काल न्याय दिलाने में किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार एनआरआई के हितों की रक्षा के लिए वचनबद्ध है और एनआरआई की सुविधा के लिए सभी जिलों में नोडल अधिकारी तैनात किए जा रहे है, जिससे एनआरआई की संपत्ति, उनके कानूनी मामलों और वैवाहिक विवादों को निपटाया जा रहा है। जिससे संबंधित मुद्दों का शीघ्र समाधान किया जा सके। उन्होंने कहा कि नागरिक और पुलिस प्रशासन से संबंधित किसी भी शिकायत के संबंध में एनआरआई इन नोडल अधिकारियों से मिल सकेंगे, जो संबंधित अधिकारियों को बिना किसी देरी के कानून के अनुसार कार्रवाई करने का निर्देश देंगे। उन्होंने कहा कि यह पहल प्रवासी भारतीयों की समस्याओं के समाधान के लिए फायदेमंद होगी।
राज्य के विकास में एनआरआई द्वारा दिए गए सहयोग की प्रशंसा करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि एनआरआई हमारे देश की राजधानी है, जो पंजाब के विकास में अपना बहुमूल्य योगदान दे रहे है। उन्होंने कहा कि जहां एनआरआई शिक्षा, खेल, स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है, वहीं मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार एनआरआई के हितों की रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहेगी। इसके बाद कैबिनेट मंत्री ने पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों के सवालों के जवाब भी दिए। इससे पहले एनआरआई विंग के एडीजीपी प्रवीण कुमार सिन्हा ने बताया कि आज आयोजित वर्कशाप में एनआरआई विंग के लगभग 250 अधिकारियों/कर्मचारियों ने भाग लिया है, जिन्हें एनआरआई द्वारा दर्ज की गई शिकायतों की जांच के मानक को और बढिया बनाने एनआरआई द्वारा दर्ज की गई शिकायतों की जांच के लिए कानूनी प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर एनआरआई विंग के एआईजी (हैडक्वाटर) मोहाली राजजीत सिंह, एआईजी जालंधर बलबीर सिंह, एआईजी अमृतसर जगजीत सिंह, एआईजी पटियाला, बलविंदर सिंह, एआईजी लुधियाना अमृतपाल सिंह, डीएसपी, एसएचओ सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।







